किसानों के आरमान में आंधी पानी का कहर
खेतो में लगी कटी व रखी फसलें खराब
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संवाददाता कमलाकांत मिश्रा
किसानो: ने रबी फसल से अच्छे उत्पादन का सपना संजो रखा था। लेकिन जिले में बेमौसत बारिश ने किसानों के अरमानों को धूमिल कर दिया। कई जगह ओलावृष्टि से किसानों की चना की कटी फसलें तुफान के कारण विखर गई सिमटी फसले भींग गई वहीं गेहूं की फसल जिले व प्रदेश में आंधी व ओला वृष्टि से लबा लोट हो गई
व प्रदेश में कई जिलों में पूरी तरह से खराब हो गई। जिले के
कई गांवों में ओलावृष्टि चना सरसों की फसल में झाड ही नजर आ रहे हैं। ऐसे में किसानों को उम्मीद है कि सरकार किसानों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए जल्द सर्वे करवाकर उन्हे मुआवजा दिलाएं, ताकि उन्हे कुछ तो राहत मिल सके। प्रदेश के कई जिलों में सरसों, गेहूं सहित अन्य फसलों में 60 फीसदी से अधिक नुकसान हुआ है।
क्लेम से मतलब-
किसानों ने बताया कि बीमा कंपनी के कर्मचारी कुछ ही गांवों में जाकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झांड लेते है, समय से सर्वे नहीं होने से किसानों को हुए नुकसान की भरपाई नहीं हो पाती है। जबकि प्रधानमंत्री फसल बीमा में ये प्रावधान है, कि 33 फीसदी नुकसान होने पर भी बीमा क्लेम दिया जाता है। लेकिन बीमा कंपनी व पटवारी व कृषि विभाग द्वारा समय पर रिपोर्ट नहीं भेजने से किसानों को फसल बीमा का लाभ नहीं मिल पाता है। जबकि क्लेम के नाम पर किसानों व सरकार से बीमा कंपनियां करोड़ों रुपए लेती है।
बर्बाद हो गई फसलें
पन्ना जिले में के कई गांवों में शुक्रवार की शाम को तेज आंधी के कारण खेतों की कटी पड़ी फसलें उड़ कर छिन्न भिन्न हो गई व उड़ कर कहां गई पता नहीं
प्रदेश के कई जिलों में
फसलें पूरी से खराब हो गई
ऐसे बताई किसानों ने अपनी पीड़ा-
1.तेज हवा के साथ आंधी से ज्यादा फसलें खराब फसलों का जल्द आंकलन करवाना चाहिए। सर्वे करवाकर किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा में क्लेम व मुआवजा राशि दी जाएं।
राज्य सरकार को जिले में विशेष आपदा पैकेज की घोषणा करनी चाहिए। ताकि किसानों को कुछ राहत मिल सके। उनका कर्जा कुछ कम हो तो उन्हे राहत मिले। हमारी फसलें तो तेज आंधी तुफान पानी से
खराब हो गई
बेमौसम तेज़ आंधी बारिश किसानों की फसलें बर्बाद हो गई जिसका संपूर्ण जिले में योजना का लाभ दिलवाया जाये
किसान बर्बाद हो गए-
प्रदेश व पन्ना जिले के किसान जल्द से जल्द प्रशासन खराब हुई फसलों का सर्वे करवाकर किसानों को अति शीघ्र लाभ दिलाएं। क्योंकि किसान बर्बाद हो गया यदि खेती व किसानी को बचाना है तो किसानों को खराब फसलों को मुआवजा दिया जाएं। सरकार विशेष पैकेज देकर जिले के किसानों को राहत दें। किसान जो अन्नदाता कहा जाता है आज वो संकट में है। किसानकर्ज में दबते जा रहे हैं।
मौसम साफ नहीं:
मौसम विभाग के अनुसार अभी 21
मार्च तक आंधी बारिश ओला वृष्टि की संभावना
प्रदेश में आकाशीय बिजली गिरने से आठ लोगों की मौत