पौराणिक मान्यताओं के अनुसार चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की पंचमी को देवता स्वर्ग से पृथ्वी पर आते हैं। वे यहां पर वृंदावन में होली खेलते हैं। इसलिए इस दिन को देवताओं की होली या रंग पंचमी के नाम से भी जाना जाता है। माना जाता है कि यह पर्व राधा कृष्ण के निश्छल प्रेम की याद के रूप में मनाया जाता है।

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ओम धगाल - पूर्व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य भाजपा युवा मोर्चा

ओम धगाल की और से हिंडोली विधानसभा क्षेत्र एवं बूंदी जिले वासियों को रौशनी के त्यौहार दीपावली की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं

पंचांग के अनुसार इस बाद रंग पंचमी 12 मार्च 2023 को है। आचार्य अनुपम जौली के अनुसार हम सभी को इस दिन देवताओं के निमित्त कुछ आसान से उपाय करने चाहिए। इन उपायों से देवताओं की प्रसन्नता प्राप्त होती है और कष्ट दूर होते हैं। जानिए ऐसे ही कुछ उपायों के बारे में

यदि आप अथाह धन प्राप्त करना चाहते हैं तो रंग पंचमी के दिन आदित्य ह्रदय स्त्रोत का कम से कम 108 बार पाठ करें। इस दिन व्रत रखें तथा पूर्ण ब्रह्मचर्य और सात्विकता के साथ व्रत का पालन करें। इसके प्रभाव से आप शीघ्र ही धनवान हो जाएंगे।

यदि रंग पंचमी पर राधा कृष्ण की पूजा की जाए और उनके नामों का कीर्तन किया जाए तो पति-पत्नी के बीच संबंध मधुर बनते हैं। यही कारण है कि ज्योतिषी रंग पंचमी पर राधाकृष्ण की पूजा करने की सलाह देते हैं।

यदि आपके जीवन में कोई ऐसा संकट है जो आसानी से दूर नहीं हो रहा है तो आप इस उपाय को करें। रंग पंचमी के दिन राम रक्षा स्त्रोत का 1100 बार पाठ करें। इसके साथ ही हनुमानजी की पूजा करें तथा उन्हें गुड़-चने का भोग लगाएं। इस उपाय से हर प्रकार का संकट दूर होता है।