असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने ट्वीट कर बताया कि पवन खेड़ा ने बिना शर्त माफी मांग ली है। असम के मुख्यमंत्री ने लिखा कि राजनीति में असभ्य भाषा का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि 'आरोपी (कांग्रेस नेता पवन खेड़ा) ने बिना शर्त माफी मांग ली है। हम उम्मीद करते हैं कि सार्वजनिक स्थानों पर पवित्रता बनी रहेगी। इसके बाद कोई भी राजनीति में असभ्य भाषा का इस्तेमाल नहीं कर सकेगा।'
बता दें कि पवन खेड़ा ने बीते दिनों गौतम अदाणी मामले की जांच के लिए जेपीसी के गठन की मांग को लेकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान खेड़ा ने प्रधानमंत्री को लेकर कुछ कह दिया था। जिसके बाद उनके खिलाफ असम, यूपी में कई जगह एफआईआर हुई थी। गुरुवार को पवन खेड़ा जब अन्य कांग्रेस नेताओं के साथ कांग्रेस के अधिवेशन में शामिल होने के लिए रायपुर जा रहे थे तो उन्हें दिल्ली एयरपोर्ट पर पुलिस द्वारा रोक लिया गया था।
इसके बाद पवन खेड़ा के समर्थन में अन्य कांग्रेस नेता भी धरने पर बैठ गए थे। दरअसल असम पुलिस की अपील पर दिल्ली पुलिस ने पवन खेड़ा को रोका था और जब असम पुलिस दिल्ली पहुंची तो उसने दिल्ली पुलिस से पवन खेड़ा की कस्टडी ली। इस बीच कांग्रेस इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई, जहां से सुप्रीम कोर्ट ने पवन खेड़ा को राहत देते हुए उन्हें अंतरिम जमानत दे दी थी। कोर्ट ने मंगलवार तक पवन खेड़ा को अंतरिम जमानत दी है और अब 27 फरवरी को कोर्ट फिर से इस मामले की सुनवाई करेगी। अब असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने दावा किया है कि पवन खेड़ा ने अपने बयान को लेकर बिना शर्त माफी मांग ली है।