जिले की ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक विरासत को राष्ट्रीय पहचान मिलेगी
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A.S. Photography Kota (Rajasthan)
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जालौर
- भारतीय डाक विभाग द्वारा जालोर महोत्सव के शुभारंभ पर जालोर जिले की ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक विरासत को राष्ट्रीय पहचान दिलाने हेतु डाक विभाग द्वारा विशेष चार विशेष आवरण अलग-अलग थीम पर जारी किये गये जिसका जालोर महोत्सव के उद्घाटन समारोह पर अतिथियों द्वारा विमोचन किया गया।
डाक सेवा जोधपुर के सहायक निदेशक तरूण शर्मा ने बताया कि उक्त विशेष जालोर की ऐतिहासिक धरोहर जालोर किला, तोपखाना, जालोर की हस्तकला भीनमाल की जूतियाँ व लेटा के खेसले शामिल है। उन्होने बताया कि जालोर महोत्सव प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला राजस्थान का महत्वपूर्ण सांस्कृतिक महोत्सव है अतः इस वर्ष जिला कलेक्टर निशांत जैन की विशेष रूचि व आग्रह पर डाक विभाग द्वारा इस मौके पर जालोर की सांस्कृतिक विरासत को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने हेतु डाक विभाग द्वारा इन विशेष आवरणों को जारी किया गया।
राजस्थान पर्यटन विभाग एवं जालोर प्रशासन के संयुक्त सहयोग से जालोर के इन विशेष आवरणों को जारी करने हेतु संचार मंत्रालय भारत सरकार ने भी अनुमति प्रदान की।
डाक अधीक्षक विनय कुमार खत्री ने बताया कि यह आवरण तीन दिवसीय जालोर महोत्सव में स्टेडियम में लगी भारतीय डाक विभाग की स्टाल पर जनता को विक्रय हेतु उपलब्ध रहेंगे। इसके पश्चात इच्छुक व्यक्ति इन लिफाफों को डाकघर अथवा जिला प्रशासन जालोर के कांउटर से क्रय कर सकता है ।
जालोर जिले के लिए आज का दिन ऐतिहासिक महत्व का है कि डाक विभाग में इस विशेष आवरण जारी होने के साथ ही जालोर की विरासत देशभर में पहचान बनेगी।