मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर उल्टी गिनती शुरू हो गई है। सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस दोनों ही दल पूरे प्रदेश में जोर-शोर के साथ तैयारियों में लगे हुए हैं। भाजपा जहां पूरे प्रदेश में विकास यात्रा निकाल रही है। वहीं दूसरी तरफ विंध्य क्षेत्र को साधने में भी जुटी हुई है। इसी सिलसिले में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 24 फरवरी को सतना आ रहे है। गृहमंत्री यहां विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे।

विंध्य प्रदेश का पांचवां सबसे बड़ा क्षेत्र है। इस अंचल में 31 विधानसभा और चार लोकसभा सीटें आती हैं। यह क्षेत्र भाजपा के मजबूत किले के तौर पर जाना जाता है। पूरे क्षेत्र में ब्राह्मण, ठाकुर, पिछड़ा वर्ग और कुर्मी वोटर्स का अच्छा दबदबा है। कांग्रेस के गढ़ रहे विंध्य क्षेत्र में भाजपा 2003 के विधानसभा चुनावों से ही अच्छा प्रदर्शन करते आ रही है। 2018 के चुनावों में जब कांग्रेस राज्य में सत्ता में लौटी, तो उसे विंध्य से महज छह सीटें हासिल हुईं।

2018 के विधानसभा चुनाव में विंध्य से भाजपा को सबसे ज्यादा हासिल हुई थीं। लेकिन प्रदेश सरकार में क्षेत्र का प्रतिनिधित्व बहुत कम है। इसे लेकर समय-समय पर कई नेताओं की नाराजगी भी सामने आती रहती है। मैहर सीट से भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी लगातार विंध्य प्रदेश की मांग कर रहे हैं। वे कई मौके पर यह आरोप लगा चुके हैं कि संगठन से लेकर विकास कार्यों में विंध्य को भाजपा सरकार द्वारा अनदेखा किया जाता है। हालांकि प्रदेश के विधानसभा स्पीकर गिरीश गौतम इसी क्षेत्र से आते हैं।

विंध्य को सौगात दे सकते हैं शाह

चुनावी साल में भाजपा फिर से विंध्य क्षेत्र पर फोकस कर रही है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 24 फरवरी को सतना आएंगे। वे चुनावी साल में विंध्य कई बड़ी सौगात दे सकते हैं। जानकारी के अनुसार सतना में मेडिकल कॉलेज के भूमिपूजन में अमित शाह शामिल हो सकते हैं। वे एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे। 15 फरवरी को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने विंध्य क्षेत्र में एयरपोर्ट की आधारशिला रखी। कुछ दिन पहले भी सीएम सिंगरौली पहुंचे थे। उन्होंने यहां एक मेडिकल कॉलेज और कई अन्य परियोजनाओं का शिलान्यास किया था।