तुर्किये और सीरिया में आए भूकंप को करीब छह दिन हो चुके हैं, लेकिन यहां मलबे के नीचे से लाशों के निकलने का सिलसिला अभी भी जारी है। इस बीच, तुर्किये और सीरिया में आए भीषण भूकंप के बाद लापता हुए एक भारतीय नागरिक की मौत पुष्टि हो गई है। भारतीय दूतावास, अंकारा ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। दूतावास ने ट्वीट कर कहा कि 'छह फरवरी के भूकंप के बाद से तुर्किये में लापता एक भारतीय नागरिक विजय कुमार के नश्वर अवशेष मिले हैं। मलत्या में एक होटल के मलबे के बीच उनकी पहचान की गई है।
भारत ने तुर्किये में भूकंप प्रभावित लोगों की मदद के लिए 'ऑपरेशन दोस्त' चलाया है। इसके जरिए भारत ने तुर्किये के लोगों की मदद तेज कर दी है। सेना, एयरफोर्स के जवान, एनडीआरएफ ऑर डॉक्टर्स की टीम तुर्किये भेजी गई है। बड़े पैमाने पर राहत सामग्री भी भेजी गई है। भारत से वायुसेना के विमानों के जरिए बड़ी मात्रा में राहत और चिकित्सा सामग्री भेजी गई है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि वह संकटग्रस्त सीरिया और तुर्किये की मदद के लिए प्रतिबद्ध हैं।
99 सदस्यीय टीम में ऑर्थो, जनरल सर्जन, बेस्ट ओरल मैक्सिलोफेशियल सर्जन, सामुदायिक चिकित्सा विशेषज्ञ, लॉजिस्टिक अधिकारियों और तीन चिकित्सा अधिकारियों, 13 डॉक्टर तुर्किये के हाटे में भूकंप प्रभावित लोगों को चिकित्सा सहायता और राहत प्रदान कर रही है। सेकंड-इन-कमांड लेफ्टिनेंट कर्नल आदर्श ने बताया कि 60 पैरा फील्ड अस्पताल भारतीय सेना की पैरा-ब्रिगेड का एक हिस्सा है। यहां पहुंचने के तुरंत बाद, हमने एक स्कूल भवन में अपना अस्पताल स्थापित किया। हमारे यहां एक प्रयोगशाला और एक्स-रे की सुविधा है। हमने तुरंत इलाज शुरू किया।
उन्होंने बताया, हमारे पास ऐसे लोग भी थे जिन्हें 3 दिनों के बाद मलबे से बाहर निकाला गया था। हमने उन्हें ठीक किया और सभी तरह की मदद मुहैया करा रहे हैं। हमने एक दिन पहले सुबह 3.30 बजे साढ़े तीन घंटे की लंबी कठिन सर्जरी की, रोगी स्थिर है और आज अदाना में तृतीयक देखभाल के लिए भेजा गया है। लेफ्टिनेंट कर्नल आदर्श ने बताया, हमारे पास कल 350 मरीज आए और आज सुबह से 200 मरीज आए।