अडानी ग्रुप के खिलाफ लगे धोखाधड़ी के आरोपों को लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है. इस मुद्दे पर सोमवार (6 फरवरी) को भी संसद के दोनों सदनों में हंगामा हुआ जिसके बाद कार्यवाही मंगलवार (7 फरवरी) तक के लिए स्थगित कर दी गई. इस बीच कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने भी इस मुद्दे को लेकर सरकार पर हमला बोला है. 

राहुल गांधी ने सोमवार को कहा कि, "सरकार पूरी कोशिश करेगी कि संसद में अडानी मुद्दे पर कोई चर्चा न हो. सरकार नहीं चाहती कि अडानी के मामले पर संसद में चर्चा हो, वह डरी हुई है. सरकार को संसद में इस पर चर्चा की अनुमति देनी चाहिए. संसद में इस पर चर्चा हो, अडानी जी के पीछे कौन शक्ति है, देश को पता लगना चाहिए." 

कांग्रेस सांसद ने आरोप लगाया कि, "मैं सरकार के बारे में काफी समय से बोल रहा हूं कि 'हम दो, हमारे दो'. अब मोदी जी पूरी कोशिश करेंगे कि अडानी जी पर चर्चा न हो. उसका कारण है... कारण आप जानते हैं. मैं 2-3 साल से ये मुद्दा उठा रहा हूं. मैं चाहता हूं कि दूध का दूध पानी का पानी हो जाए. जो लाखों करोड़ों का भ्रष्टाचार हुआ है उसके बारे में चर्चा हो." 

कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों के नेताओं ने सोमवार को अडानी ग्रुप के खिलाफ लगाए गए आरोपों से जुड़े मामले को लेकर संसद भवन के परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने प्रदर्शन किया. विपक्ष ने संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित करने या सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में मामले की जांच कराए जाने की मांग की. 

कांग्रेस (Congress) का कहना है कि इस मुद्दे पर सदन में चर्चा भी होनी चाहिए और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi) को जवाब देना चाहिए. बता दें कि, अमेरिका की शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) ने रिपोर्ट जारी करते हुए आरोप लगाया कि अडानी ग्रुप (Adani Group) शेयरों के हेरफेर और धोखाधड़ी में शामिल रहा है. हालांकि, अडानी ग्रुप की ओर से इन आरोपों को खारिज किया गया है.