एसटीएफ इंस्पेक्टर हुकुम सिंह ने बताया कि कुछ लोग मध्य प्रदेश से पिस्टल बिक्री के लिए लेकर आ रहे थे। मुखबिर ने की सूचना दी थी कि वे वाटर वर्क्स चौराहे से होकर गुजरेंगे। एसटीएफ की टीम सक्रिय हो गई। आरोपियों को पकड़ने के लिए एसटीएफ टीम पहले से ही वाटरवर्क्स चौराहे के पास पहुंच गई। आरोपियों की बोलेरो आते देखकर उसे घेर लिया और रोककर चेकिंग की गई। आरोपियों ने बोलेरो के चेंबर में अवैध पिस्टलों को छिपा रखा था। तीनों आरोपियों से 10 पिस्टल बरामद हुई हैं।

2 आरोपी पहले भी जा चुके हैं जेल

आरोपियों को पकड़कर एसटीएफ थाना कमला नगर ले गई। पकड़े गए आरोपियों में श्रीभगवान, कुशल चौहान, संतोष शर्मा शामिल हैं। हथिरयार सप्लाई का मुख्य आरोपी कुशल चौहान है। इनमें दो आरोपियों का आपराधिक इतिहास भी निकला है। संतोष शर्मा ग्वालियर से पिस्टल बिक्री और नकली दवाओं के मामले में थाना निबोहरा (आगरा) पुलिस द्वारा पहले जेल भेजा जा चुका था। भगवान शमशाबाद थाना (आगरा) पुलिस द्वारा वाहन चोरी के मामले में जेल भेजा गया था।

पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे पिछले 4 साल से हथियार सप्लाई का काम करते हैं। मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र से 10 से 12 हजार रुपए में पिस्टल खरीदकर उन्हें 30 से 35 हजार रुपए में सप्लाई करते हैं। आरोपियों ने नोएडा, गाजियाबाद, राजस्थान के कई शहरों में हथियार सप्लाई किए हैं। मध्यप्रदेश के तहसील अम्बाह और आगरा के फतेहाबाद में भी उन्होंने पिस्टल की सप्लाई की थी। एसटीएफ पूरे नेटवर्क की जानकारी करने में जुटी है।