नई दिल्ली: दिल्ली में मेयर पद के चुनाव से पहले ही बवाल खड़ा हो गया. सिविक सेंटर में मेयर चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी के सदस्यों ने जमकर हंगामा काटा. वे पीठासीन के मनोनीत सदस्यों को पहले शपथ दिलाए जाने से काफी नाराज थे. मतदान आरंभ होने से पहले, AAP और बीजेपी के पार्षदों के बीच धक्का मुक्की देखने को मिली. इस दौरान जमकर नारेबाजी की गई. इसके साथ पर्चे भी उछाले गए. मेयर के साथ-साथ डिप्टी मेयर और स्टैंडिंग कमिटी के 6 सदस्यों का चयन भी आज ही किया जाना है. डिप्टी मेयर के पद को लेकर मटिया महल वॉर्ड के आप के पार्षद आले मोहम्मद इकबाल हैं.
इनका सामना भाजपा के प्रत्याशी कमल बागड़ी से होगा. ये राम नगर वॉर्ड से पार्षद हैं. इसके साथ स्टैंडिंग कमिटी के छह सदस्यों के पद के लिए सात उम्मीदवारों ने दावेदारी की है. इसमें से आप की ओर से चार और भाजपा की तरफ से दो उम्मीदवार हैं. निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में पर्चा भरने वाले गजेंद्र दराल अब भाजपा में शामिल हो चुके हैं.
शुक्रवार को सबसे पहले उपराज्यपाल वीके सक्सेना द्वारा घोषित पीठासीन अधिकारी बीजेपी की सत्य शर्मा ने शपथ ग्रहण की. उसके बाद एलजी के मनोनीत 10 पार्षदों के शपथ ग्रहण का सिलसिला शुरू हुआ. तभी, आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं की ओर से नारे लगने लगे. उन्होंने आपत्ति जताते हुए कहा कि पहले चुने हुए पार्षदों का शपथ ग्रहण होना चाहिए. इस बीच भाजपा के पार्षदों ने नारेबाजी की. इस नारेबाजी में हंगामे के साथ हिंसा शुरू हो गई.
एलजी द्वारा पीठासीन की नियुक्ति को लेकर आप ने चिंता व्यक्त की है कि एमसीडी में समीकरण बिगड़ न जाए. एलजी ने जिन दस पाषर्दों के नाम लिए हैं, उनका सीधा संबंध भाजपा से होने की चर्चा है. भाजपा इस बार विपक्ष की भूमिका में है. आप का कहना है कि इन मनोनीत पार्षदों की मौजूदगी में एमसीडी में भाजपा को राजनीति लाभ मिल सकता है. मनोनीत पार्षद मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव में मतदान नहीं कर सकते हैं. मगर स्टैंडिंग कमिटी मेंबर और जोन चेयरमैन के चुनाव में मतदान कर सकते हैं. ऐसे में एमसीडी में नीतिगत निर्णय लेने वाली स्टैंडिंग कमिटी में आप के समीकरण गड़बड़ हो जाएंगे.