कंगाल पाकिस्तान का इन दिनों बुरा हाल है. वह गंभीर आर्थिक संकट से गुजर रहा है. यहां बिजली संकट एक प्रमुख समस्या बन गई है. इसके चलते पाकिस्तान की शहबाज सरकार ने बड़ा फैसला किया है. सरकार ने एनर्जी कंजर्वेशन प्लान के तहत सभी मॉल्स और मार्केट को 8.30 बजे तक बंद करने का आदेश दिया है. देश के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने इसकी जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि कैबिनेट ने इस फैसले पर अपनी मुहर लगा दी है.
रक्षा मंत्री आसिफ ने आगे कहा कि नकदी की तंगी वाले देश को लगभग 62 अरब पाकिस्तानी रुपये बचाने का लक्ष्य है. रक्षा मंत्री ने कहा कि मुद्रास्फीति के दबाव के बीच पाकिस्तान गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहा है. जियो न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान का कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) दिसंबर में बढ़कर 24.5 प्रतिशत हो गया, जो पिछले साल की समान अवधि में 12.3 प्रतिशत था.
पाकिस्तान में बढ़ रही मुद्रास्फीति
जियो न्यूज ने बताया कि मुद्रास्फीति की दर वित्त मंत्रालय की अपेक्षाओं के अनुरूप नहीं थी. विशेषज्ञों का मानना है कि यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद अंतरराष्ट्रीय कमोडिटी कीमतों के प्रभाव, देश में विनाशकारी बाढ़ के कारण फसलों को नुकसान और रुपये के गिरने की वजह से पाकिस्तान में मुद्रास्फीति बढ़ रही है.
रिपोर्ट के मुताबिक, आंकड़ों से पता चलता है कि पिछले महीने देश में खाद्य मुद्रास्फीति शहरों में 32.7 प्रतिशत और गांवों/कस्बों में 37.9 प्रतिशत बढ़ी. यह पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में खराब होने वाले और खराब न होने वाले खाद्य उत्पादों की कीमतों में उल्लेखनीय वृद्धि को दर्शाता है.
दो दिन पहले ही पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल सैय्यद आसिम मुनीर ने कहा था कि पाकिस्तान नाजुक दौर से गुजर रहा है. मुल्क के सामने अर्थव्यवस्था और आतंकवाद बड़ी चुनौती है. मुनीर ने शनिवार को कहा था कि मुल्क एक नाजुक दौर से गुजर रहा है. इस दौरान उन्होंने सभी पक्षकारों से आतंकवाद तथा अर्थव्यवस्था की दोहरी समस्याओं से निपटने के लिए हाथ मिलाने का अनुरोध किया.