भारत में कोरोना के एवरेज डेली केस कैसे लगातार घट रहे हैं। दो महीने पहले हर रोज औसतन 1467 नए केस आते थे। उसके बाद नवंबर महीने में ये आंकड़ा और ज्यादा कम हुआ।

चीन में कोरोना महामारी ने एक बार फिर हाहाकार मचा रखा है। हालात बेहद खराब हैं और दुनिया भर के विशेषज्ञ इसे लेकर चिंता भी जाहिर कर चुके हैं। वहीं, दुनिया में दहशत फैला रहे कोरोना के इस नए वैरिएंट से लड़ाई की तैयारी भारत में फुल स्पीड से चल रही है। सरकार ने इससे निपटने के लिए आज तीन बड़े फैसले लिए हैं। पहला फैसला ये है कि नेजल वैक्सीन को मंज़ूरी मिल गई है। अब नाक के जरिए भी वैक्सीन दी जाएगी। दूसरा फैसला ये है कि 27 दिसंबर को अस्पतालों में ऑल इंडिया मॉक ड्रिल की जाएगी ताकि कोरोना से निपटने की कैपेसिटी का ट्रायल हो सके और तीसरा फैसला ये है कि न्यू ईडर पर नई एडवाइजरी आई है।

आज के समय में चीन में जिस तरह कोरोना ने तबाही मचा रखी है कुछ वैसा ही हाल 2020-21 में भारत में था। भारत में इस महामारी का सबसे बुरा दौर इस दौरान देखा गया था। कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच केंद्र सरकार ने भारत बायोटेक कंपनी की नेज़ल वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। ये वैक्सीन आज से ही अस्पतालों में उपलब्ध होगी। नेजल वैक्सीन का मतलब ये है कि वैक्सीव इंजेक्शन के जरिए नहीं बल्कि नाक के जरिए डाली जाएगी और यह बूस्टर डोज के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा। शुरुआती चरण में ये वैक्सीन प्राइवेट अस्पताल में मिलेगी और जिन लोगों ने कोविशिल्ड और कोवैक्सीन वैक्सीन ले रखी है वो लोग भी भारत बायोटेक कंपनी की नेज़ल वैक्सीन ले सकते हैं।