मध्य प्रदेश मेें भाजपा को वे नेता भी चिंता में डाल रहे है जो टिकट के दावेदार है। हर विधानसभा क्षेत्र में चार से अधिक दावेदार है। भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने तो एक बैैठक मेें कहा कि भाजपा को इस बार भाजपा से खतरा है।

मध्य प्रदेश में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने तैयारियां शुरू कर दी है।भाजपा ने प्रदेश में 200 से ज्यादा विधानसभा सीटों का लक्ष्य रखा हैै। अलग-अलग शहरों में भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारी बैठक ले रहे है। हाल ही में कटनी में प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक हुई। जिसमें भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि भाजपा को भाजपा से ही खतरा है। इस चुनाव में हमारे पास ज्यादा दावेदार है। हर विधानसभा क्षेत्र में चार-पांच दावेदार टिकट मांग सकते है। हमें यह कोशिश करना है कि चुनाव के समय भीतरघात का खतरा न रहे। बहुत सोच-विचार कर आगे बढ़ना है।

बैठक मेें भारतीय जनता पाटी के प्रदेश प्रभारी पी. मुरलीधर राव ने कहा कि किसी को टिकट के लिए भटकने की आवश्यकता नहीं है, इस बार पार्टी खुद ही उम्मीदवार तलाश लेगी, आप लोग सिर्फ मैदान में काम करो। प्रदेश सरकार की उपलिब्धयों को घर-घर तक पहुंचाअेां उन्होंने पदाधिकारियों से यह भी कहा कि सोशल मीडिया पर एक लाख फॉलोअर होने ही चाहिए, जो फॉलोअर नहीं बना सकता, वह वोट कैसे पा सकते है। इसलिए भोपाल-दिल्ली या बड़े नेताअेां के चक्कर लगाने के बजाए जनता के बीच काम करो। पार्टी खुद सही उम्मीदवार ढूंढ लेगी।

गुजरात फार्मूले पर टिकट

भाजपा इस बार मध्य प्रदेश के चुनाव में गुजरात फार्मूले पर टिकट दे सकती है। गुजरात में कई विधायकों और मंत्रियों के टिकट काटे गए है। वहां नए चेहरों को मौका दिया गया है। भाजपा मध्य प्रदेश में भी गुजरात की रणनीति अपना सकती है। कई विधायक चार-पांच बार से लगातार पार्टी के टिकट पर चुनाव जीत रहे है। इस पर वे भी चितिंत है। उधर पिछले विधानसभा चुनाव में जो उम्मीदवार हारे है। पार्टी उन्हें भी इस बार टिकट देने से पहले सोचेगी। जिस विधानसभा क्षेत्र में हार और जीत का अंतर काफी ज्यादा था। वहां पार्टी नए चेहरों को मौका देगी।