दुनिया की बड़ी दिग्गज रिटेल कंपनी अमेज़न (Amazon) अपने 10,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने जा रही है. इससे पहले सोशल मीडिया प्लेटफार्म ट्विटर (Twitter) फिर फेसबुक की मेटा (Meta) और बाद में माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) ने अपना स्टाफ कम किया है. इसके बाद अब अमेज़न (Amazon) भी अपने वर्किंग स्टाफ में छंटनी करने का फैसला लेने जा रही है. इसी हफ्ते कर्मचारियों को नौकरी से निकाला जा सकता है. 

अमेज़न के पास 31 दिसंबर, 2021 तक लगभग 1,608,000 पूर्णकालिक और अंशकालिक कर्मचारी है. अमेज़न ने 1 महीने की लंबी समीक्षा के बाद ऐसा करने का फैसला लिया है. अगर अमेज़न 10,000 कर्मचारियों को निकालता है, तो यह अमेज़न के इतिहास में सबसे बड़ी छंटनी होगी. अमेज़न दुनियाभर में 1.6 मिलियन से अधिक लोगों को रोजगार देता है. जिसमें कंपनी सिर्फ 1 प्रतिशत कर्मचारी को निकालने जा रहा है.

हालात सामान्य नहीं

मालूम हो कि अमेरिका, यूरोप जैसे कई बड़े देशों की अर्थव्यवस्थाओं में उतार-चढ़ाव का दौर चल रहा है.जिसका सीधा असर बाजार की मांग और बड़ी कंपनियों की नौकरियों पर दिखने को मिल रहा है. एक तरह से कंपनियां अपना खर्चा घटाने में जुटी हैं. कंपनी लागत को काबू करने के लिए अपने कर्मचारियों को नौकरी से बाहर का रास्ता दिखा रही है.

कंपनी ने क्या कहा 

अमेज़न लागत को कम करने के लिए अपने ऑपरेशन में रोबोट का इस्तेमाल बढ़ाने में लगी है. इस समय अमेज़न की ओर से डिलीवर किए जाने वाले लगभग 3 चौथाई पैकेट किसी न किसी रोबोटिक सिस्टम से होकर गुजरे हैं. इस बारे में अमेज़न रोबोटिक्स के चीफ टाई ब्राडी का कहना है कि अगले 5 साल में पैकेजिंग में 100 फीसदी रोबोटिक सिस्टम हो सकता है. ये रोबोट कितनी जल्दी इंसानी कर्मचारियों की जगह ले लेंगे, अभी यह नहीं कहा जा सकता है. उन्होंने कहा कि, काम जरूर बदलेगा, लेकिन इंसान की जरूरत तो हमेशा ही रहेगी.