Gujarat Assembly Elections 2022: निर्वाचन आयोग द्वारा विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान करने के साथ ही गुजरात में सियासी पारा भी बढ़ गया है। मतदान की तारीख नजदीक आते ही चुनावी हलचल तेज होने लगी है। भाजपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी-आप सहित क्षेत्रीय दल लुभावने चुनावी वादों से लेकर हर वर्ग के वोटरों को रिझाने के लिए प्रचार में जमकर पसीना बहा रहे हैं।
इसी के बीच, विधानसभा चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों के जहन में एक सवाल बार-बार आ रहा है कि मुस्लिम वोटर आखिर कौन सी राजनीतिक पार्टी पर भरोसा जताने वाला है? ऐसे कौन-कौन से मुख्य मुद्दे होने वाले हैं, जो वोटरों का मूड़ तय करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
गुजरात में आमतौर पर भाजपा (BJP) और कांग्रेस ( Congress) के बीच ही कड़ा मुकाबला देखने को मिलता है, लेकिन इस बार के चुनाव में आम आदमी पार्टी-आप (AAP)के चुनावी मैदान में उतरने से त्रिकोणीय मुकाबला होने की उम्मीद जताई जा रही है। वोटर, प्रत्याशी, राजनीतिक पार्टियों पर आधारित कुछ सवालों को लेकर गुजरात में एबीपी सी-वोटर ने सर्वे कराया है।
सी-वोटर की ओर से गुजरात में साप्ताहिक सर्वे किया है। सर्वे में 2,666 लोगों से बात की गई है। सर्वे में मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 प्रतिशत है। पोस्टर कैंपन पर पूछे गए सवाल पर वोटरों की राय है कि इससे भाजपा को एक बार फिर गुजरात में बढ़त मिलनी तय है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बड़ा चेहरा हैं, जो पार्टी के हित में साबित होने वाला है। लेकिन, हैरानी की बात है कि 51 फीसदी लोग इस बात से इत्तेफाक नहीं रखते हैं।
मुस्लिम वोटरों की पहली पसंद कौन?
सी- वोटर के सर्वे में मुस्लिम वोटरों की राय भी जाननी चाहिए। मालूम हो कि मुस्लिम वोटर्स का मत कुछ विधानसभा सीटों में काफी निर्णायक साबित हो सकता है। सर्वे में दावा किया गया है कि 47 फीसदी मुस्लिम वोटर कांग्रेस के पक्ष में हैं, जबकि आप को समर्थन देने के लिए करीब-करीब 25 फीसदी वोटर हैं। असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम (AIMIM) के साथ सिर्फ 9 प्रतिशत ही मुस्लिम वोटर हैं। जबकि, भाजपा के समर्थन में सिर्फ 19 प्रतिशत मुस्लिम वोटर हैं।