राजनीतिक बयानबाजी को लेकर हमेशा चर्चा में रहने वाले वैराग्यनंद गिरि उर्फ मिर्ची बाबा को अगस्त में रेप केस में गिरफ्तार किया था. बाबा को 28 साल की महिला के आरोप लगाने के बाद ग्वालियर के एक होटल से पुलिस ने गिरफ्तार किया था. महिला ने भोपाल के महिला थाने में रेप का केस दर्ज कराया था. इस मामले में अब अपडेट आया है. उनके खिलाफ 566 पन्नों की चार्जशीट पेश की गई है. इसमें 21 लोगों को गवाह बनाया गया है. साथ ही 400 पन्नों के कॉल डिटेल भी जमा किए गए हैं.
पेश की गई चार्जशीट में टावर लोकेशन और कॉल रिकार्ड्स को भी आधार बनाया गया है. मामला अब 400 से ज्यादा पन्नों के कॉल डिटेल पर टिक गया है. आरोप है कि बाबा महिलाओं को बच्चा पैदा करने वाली भभूत देकर बेहोश कर देता था. बाबा 9 अगस्त से जेल में बंद है. बता दें कि बाबा के सहयोगी गोपाल और घर पर काम करने वाली बाई अब भी पुलिस की पहुंच से बाहर है. दोनों की तलाश जारी है.
नशे की गोलियां खिलाकर रेप का आरोप
शिकायत दर्ज करने वाली पीड़ित महिला रायसेन की रहने वाली है. शिकायत में महिला ने बताया था कि उसकी शादी को 4 साल हो गए हैं, लेकिन बच्चे नहीं है. इसी के चलते उन्होंने मिर्ची बाबा से संपर्क किया था. मिर्ची बाबा ने संतान होने की बात कही और नशे की गोलियां खिला दी. इसके बाद महिला बेहोश हो गई, जिसके बाद उसका रेप किया गया. बता दें मिर्ची बाबा को नागा बाबा का दर्जा प्राप्त है.
राजनीति में सक्रिय
मिर्ची बाबा धर्म ये ज्यादा राजनीतिक बयानबाजी और रिश्तों को लेकर चर्चा में रहते हैं. वो एमपी के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के करीबी हैं. इसी कारण कमलनाथ सरकार में उन्हें राज्यमंत्री का दर्जा मिला था. मिर्ची बाबा सबसे ज्यादा चर्चा में आए थे साल 2019 में जब उन्होंने ऐलान किया था कि अगर दिग्विजय सिंह चुनाव नहीं जीते तो वो जल समाधि ले लेंगे. इसके बाद जब दिग्विजय चुवान हारे तो वो जल समाधि लेने की तैयारी करने लगे थे, लेकिन भोपाल कलेक्टर से अनुमति नहीं मिली.