भारत ने उतार-चढ़ावों से भरपूर कॉमनवेल्थ गेम्स की महिला हॉकी के ग्रुप ए में कनाडा को 3-2 से हराकर पांचवीं बार सेमीफाइनल में स्थान बना लिया. भारत इस जीत से ग्रुप में इंग्लैंड के बाद दूसरे स्थान पर रहा. भारतीय टीम इंग्लैंड से हारने की वजह से दूसरे स्थान पर रही है. दूसरे स्थान पर रहने के कारण भारत को पांच अगस्त को खेले जाने वाले सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया की दिग्गज टीम का सामना करना पड़ेगा. भारत की इस जीत की हीरोइन निश्चय ही फारवर्ड नवनीत कौर रहीं. उन्होंने अपने अनुभव का भरपूर फ़ायदा उठाया. वह लगातार हमलों की अगुआई कर रहीं थीं. उन्हें इस प्रयास में शर्मिला और संगीता कुमारी का भी भरपूर सहयोग मिला. यह दोनों ही खिलाड़ी फ़र्राटा लगाने वाली हैं. उनकी गति की वजह से उन्हें पकड़ना आसान नहीं था. इस कारण कनाडा का डिफ़ेंस कई बार ख़तरे में पड़ा. कनाडा के बराबरी पर आने के बाद भारत पर जब दवाब हावी होने लगा तो इस स्थिति में टीम काफ़ी संयमित रही और हमलों को पैनापन देने का प्रयास करती रही. वंदना कटारिया, सलीमा टेटे और नेहा के प्रयास से दाएं फ्लैंक से बने हमले पर भारत ने गोल जमा दिया. लेकिन अंपायर के रेफ़रल पर मालूम पड़ा कि सलीमा के गेंद लेकर सर्किल में घुसने के समय बैक स्टिक हो गई थी और इस गोल को नकार दिया गया.