दिवाली के त्योहार से पहले दिल्ली-एनसीआर की हवा लगातार बिगड़ रही है। पिछले 24 घंटे में भी एनसीआर के लगभग सभी शहरों के साथ दिल्ली की हवा बहुत खराब श्रेणी में दर्ज की गई है। आज सुबह भी राजधानी का ओवरआल AQI PM 2.5 के साथ 256 पर दर्ज किया गया. दिल्ली में हर साल की तरह इस साल भी पटाखे तो बैन है लेकिन बावजूद इसके पराली से होने वाले प्रदूषण ने चिंता बढ़ा दी है। ये रिपोर्ट देखिये. देश से दक्षिण पश्चिम मानसून की विदाई होते ही अब ठंड ने दस्तक दे दी है. और ठंड के दस्तक देते ही देश के कई राज्यों में प्रदूषण भी पड़ने लगा है . दिवाली के त्योहार से पहले ही दिल्ली एनसीआर में तो हवा लगातार बिगड़ रही है। आज सुबह भी राजधानी का ओवरआल AQI PM 2.5 के साथ 256 पर दर्ज किया गया.जो 1 हफ्ते पहले हुई बारिश की वजह से 97 दर्ज किया जा रहा था। वहीं पिछले 24 घंटे में राजधानी का सबसे प्रदूषित इलाका आनंद विहार रहा जहां आज सुबह के वक्त AQI 414 दर्ज किया गया. इसके अलावा बवाना में 320 ऐवरेज AQI के साथ रहा। इसके बाद दिल्ली एयरपोर्ट भी 297 AQI के साथ प्रदूषित इलाको में दर्ज किया गया। 

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वहीं एनसीआर के शहरों में भी प्रदूषण खराब कैटेगरी में जाने लगा है। सुबह के वक्त नोएडा में आज pm 2.5 - 303 के साथ खराब और गुरुग्राम में pm 2.5 - 145 के साथ मोडरेट श्रेणी में दर्ज किया गया है. दरअसल हर साल की तरह इस साल भी दिल्ली के पड़ोसी राज्यों उत्तर प्रदेश, हरियाणा ,पंजाब और राजस्थान मैं पराली जलने की घटनाएं शुरू हो गई हैं जिसकी वजह से राजधानी और एनसीआर के शहरों का प्रदूषण खतरनाक श्रेणी में पहुंच गया है। फिलहाल राजधानी दिल्ली में दिवाली के त्यौहार को देखते हुए दिल्ली सरकार ने पटाखों पर बैन लगा रखा है लेकिन बावजूद इसके राजधानी दिल्ली की हवा आखिर क्यों खराब हो रही है। सेंटर फॉर साइंस ने इसका कारण पराली को बताया है। दरअसल पिछले सप्ताह ही दिल्ली एनसीआर में बारिश का दौर थमा है जिसके बाद से ही दिल्ली-एनसीआर की हवा ज्यादा बिगड़ना शुरू हुई है। और यही कारण है कि पिछले करीब 6 से 7 दिनों में दिल्ली एनसीआर का एक्यूआई संतोषजनक श्रेणी से निकलकर खराब में दर्ज हुआ है। इसके अलावा सीपीसीबी यानी सेंट्रल पॉल्यूशन फ़ॉर कंट्रोल बोर्ड ने भी दीवाली के दिन से ही दिल्ली में हवा के जहरीली होने का अनुमान जताया है.

वहीं राजधानी दिल्ली का दिल कहे जाने वाले कनॉट प्लेस में जहां पिछले साल प्रदूषण से निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने देश के पहले स्मॉग टावर को इंस्टॉल किया था. ताकि आने वाले समय में प्रदूषण से होने वाली समस्याओं से लोगों को कुछ हद तक राहत मिल सके. इस टावर के आस पास के इलाके में तो प्रदूषण कम था लेकिन इससे महज 5 से 8 किमी दूर प्रदूषण खतरनाक श्रेणी में था. केंद्र सरकार ने भी दिल्ली के आनंद विहार मेट्रो स्टेशन के पास पिछले साल ही देश का दूसरा स्मॉग टावर इंस्टॉल किया था , मकसद था इस इलाके में हो रहे गंभीर प्रदूषण को कम करना लेकिन हालात जस के तस बने हुए हैं.आज सुबह जब हमारी टीम इसके पास ये जानने पंहुची कि ये कितना प्रदूषण कंट्रोल कर रहा है तो ये आज सुबह बन्द था.