गोलाघाट प्रशासन के सौजन्य से बुधवार को तीन दिवसीय जिला दिवस कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। गोलाघाट को सन 1987 के पांच अक्टूबर के दिन ही एक सम्पूर्ण जिले का दर्जा प्राप्त हुआ था। इस उपलक्ष पर जिला सदर गोलाघाट के साथ ही बोकाखात और धनसिरि महकमों में भी विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। तीन दिवसीय कार्यक्रम के तहत बुधवार को ध्वजारोहण के साथ उपरोक्त कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। जिला विकास आयुक्त अर्पा बागलारी ने जिला उपायुक्त कार्यालय के प्रांगण में जिला ध्वज फहराया। इस दौरान अतिरिक्त उपायुक्त कुलदीप हाजरिका तथा जिला प्रशासन के अधिकारी-कर्मीगण उपस्थित रहे। इस उपलक्ष पर गोलाघाट सर्किट हाउस के प्रांगण में स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा, जिला पुस्तकालय, शहीद स्मारक और विभिन्न स्थानों पर स्थापित स्वतंत्रता सेनानियों की प्रतिमाओं पर पुष्पांजलि अर्पित किया गया। वहीं शाम को उपायुक्त कार्यालय तथा सभी विभागीय कार्यालयों में दीप प्रज्वलन और आलोक सज्जा किया गया। साथ ही सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की स्थाई अनुभाष यंत्र के जरीए गोलाघाट जिले के इतिहास का विवरण प्रस्तुत किया गया। वहीं आज कार्यक्रम के दूसरे दिन राजस्व चक्र, गांव तथा अन्य भीतरी अंचलों में राजस्व अदालतों, स्वास्थ्य विभाग द्वारा ग्रामीण स्वास्थ्य तथा पोषण शिविर, मनरेगा के अधीन निर्मित आंगनबाड़ी केंद्रों की आधारशिला रखी गई, मॉडल आंगनबाड़ी केंद्रों का उदघाटन, यू डी आई डी केंद्रों का उदघाटन,यू डी आई डी कार्ड का वितरण किया गया। साथ ही स्कूलों तथा कॉलेजों में जिला दिवस को ध्यान में रखते हुए छात्र छात्राओं के बिच गोलाघाट जिले के संदर्भ में संक्षिप्त इतिहास वर्णन पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसके अलावा विभिन्न विभागों के अधीन विभिन्न सरकारी योजनाओं के विषय पर जागरुकता अभियान चलाए जाने पर भी कार्यक्रम आयोजित किए जाने की योजना बनाई गई है। वहीं सात अक्टूबर को वीरांगना सती साधनी कलाक्षेत्र में एक सभा और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है।