आगरा: कोरोना महामारी के कारण पिछले दो साल से आयोजित न हो सके फुटवियर ट्रेड के महाकुंभ के 14वें संस्करण की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। ताजनगरी में इस भव्य आयोजन में क्या खास होगा? कितने देशों की भागीदारी होगी? ऐसे तमाम सवालों के जवाब देने के लिए आयोजकों द्वारा एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। फुटवियर मैन्युफेक्चरर्स एंड एक्सपोर्टर्स चैम्बर (AFMEC) द्वारा गांव सींगना के आगरा ट्रेड सेंटर पर आयोजित हो रहा तीन दिवसीय फेयर सात अक्टूबर से 9 अक्टूबर तक चलेगा।

इस सन्दर्भ में AFMEC के अध्यक्ष पूरन डावर ने अपने वक्तव्य में जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना काल में कारोबारी रफ्तार में भले ही कमी रही है लेकिन तकनीकी विकास अपनी रफ्तार से आगे बढ़ा है। नई तकनीक के साथ फुटवियर ट्रेड में नए ट्रेंड का आगाज हुआ है। खास बात यह है कि आगरा जहां स्पोर्ट्स शूज के प्रोडक्शन में अपनी भागीदारी शून्य रखता था, अब इस दिशा में एक कदम आगे बढ़ चुका है। कई जूता निर्यातकों ने स्पोर्ट्स शूज बनाने के लिए तकनीकी रूप से स्वयं को विकसित किया है। कई फैक्ट्रियों में स्पोर्ट्स शूज का प्रोडक्शन हो रहा है। अब हम कह सकते हैं कि आगरा की जूता इंडस्ट्री अब सिर्फ चमड़े पर निर्भर नहीं रहेगी।

एफ मेक उपाध्यक्ष राजेश सहगल ने बताया कि मीट एट आगरा फेयर दुनिया में लेदर, फुटवियर कंपोनेंट्स एन्ड टेक्नोलॉजी फेयर के रूप में दुनिया के प्रमुख फुटवियर फेयर्स के कैलेंडर में शुमार किया जाता है। यह फेयर न सिर्फ आगरा के जूता उद्योग को गति देने में अहम् भूमिका निभा रहा है, बल्कि भारत को ग्लोबल फैक्ट्री बनाने में ख़ास भूमिका निभा रहा है।

एफमेक कन्वीनर कैप्टन एएस राना ने बताया कि टाटा, रिलायंस, वालमार्ट और फ्यूचर ग्रुप जैसी बड़ी कंपनियों ने चीन से आयात पूरी तरह बंद कर दिया है। अब वे भारतीय प्रोडक्ट पर निर्भर हैं। यही कारण है कि हम घरेलू बाजार में लगातार ग्रोथ हासिल कर रहे हैं। अब वक्त है कि हम अपने प्रोडक्ट्स की क्वालिटी वैश्विक बाजार को ध्यान में रखकर विकसित करें। यह फेयर इस कारोबार से जुड़े हर व्यक्ति के लिए गूगल की तरह एक सर्च इंजन है जहां हम वो सब कुछ एक छत के नीचे पाएंगे जो आज हमारी जरूरत है।

एफमेक उपाध्यक्ष गोपाल गुप्ता ने कहा कि आंकड़े बताते हैं कि निर्यात में आगरा की कुल भागीदारी 25 प्रतिशत है। वहीं, घरेलू प्रोडक्शन में 65 प्रतिशत है। अब आगरा लगभग 15 हजार करोड़ के कारोबारी लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रहा है। 

तीन दिवसीय फेयर के दूसरे दिन आठ अक्टूबर को तकनीकी सत्र आयोजित होगा, जिसमें भारत व दुनिया के अन्य देशों से आए इंडस्ट्री के दिग्गज अपने अनुभव साझा करेंगे। वहीं कॉलेजों के छात्रों को इंडस्ट्री एक्स्पोजर भी मिलेगा, जिससे युवाओं में उद्यमिता के प्रति जागरूकता बढ़ेगी. इस वर्ष फेयर में लगभग 20 हजार से अधिक एक्जीबिटर्स के शामिल होने की संभावना है।

तीन दिवसीय फेयर का शुक्रवार को शुभारम्भ होगा, जिसमें भारत सरकार के वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण एवं कपड़ा मंत्री पियूष गोयल मुख्य अतिथि होंगे। वहीं केंद्रीय विधि एवं न्याय राज्य मंत्री प्रो.एसपी सिंह बघेल एवं प्रदेश सरकार के केबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय, सांसद राजकुमार चाहर विशिष्ठ अतिथि के रूप में शामिल होंगे।

इस मौके पर एफमेक सचिव ललित अरोड़ा, प्रदीप वासन, चंद्र शेखर जीपीआई आदि विशेष रूप से मौजूद रहे।