नई दिल्ली, एएनआइ। भारत के पासपोर्ट की अहमियत और बढ़ गई है। अब भारत के पासपोर्ट पर 57 देशों की वीजा मुक्त यात्रा की जा सकती है। हेनले पासपोर्ट सूचकांक में वर्ष 2023 में इसकी रैंकिंग में सुधार हुआ है। वर्ष 2022 में जहां इसका स्थान 87वां था, वहीं अब 2023 में यह 80वां हो गया है।

इस रैकिंग में सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट सिंगापुर का है। इसे पहला स्थान मिला है। इसके पासपोर्ट की मदद से 192 देशों की वीजा मुक्त यात्रा की जा सकती है। दूसरे स्थान पर इटली, स्पेन और जर्मनी का स्थान है। इनके पासपोर्ट धारक 190 देशों की बिना वीजा यात्रा कर सकते हैं।

तीसरे स्थान पर जापान के साथ ही ऑस्ट्रिया और फिनलैंड जैसे देश हैं। बिना पूर्व वीजा के इनके नागरिक 189 गंतव्य स्थलों की यात्रा करने में सक्षम हैं। रैंकिंग में दो स्थानों के सुधार के साथ ब्रिटेन चौथे पायदान पर है।

अमेरिका का स्थान आठवां

अमेरिका का स्थान आठवां है। अमेरिका के पासपोर्ट धारक 184 देशों की बिना वीजा यात्रा कर सकते हैं। वहीं पूरी तरह वीजा मुक्त देशों में 12 देश शामिल हैं। ये दुनिया के सभी 198 पासपोर्टों पर वीजा मुक्त या वीजा आन अराइवल प्रवेश की पेशकश करते हैं। इनमें बुरुंडी, कोमोरो द्वीप समूह, जिबूती, गिनी बिसाऊ, मालदीव, माइक्रोनेशिया, मोजांबिक, रवांडा, समोआ, सेशेल्स, तिमोर-लेस्ते और तुवालु।

पाकिस्तान के पासपोर्ट को दुनिया में चौथा सबसे खराब स्थान

 रैकिंग में पाकिस्तान का पासपोर्ट चौथा सबसे खराब माना गया है। यहां जनवरी में 35 देशों में जाने के लिए आन अराइवल वीजा की सुविधा थी। इसे घटाकर 33 कर दिया गया है। वहीं, सबसे नीचे अफगानिस्तान का स्थान है। यहां 27 देशों के लिए वीजा मुक्त यात्रा की सुविधा है। इसके बाद इराक और सीरिया का स्थान है। इराक के पासपोर्ट से 29 तो सीरिया के पासपोर्ट से 30 देशों की वीजा मुक्त यात्रा की जा सकती है