अभिनेत्री परिणीति चोपड़ा ने साझा किया है कि उन्हें फिल्म 'कोड नेम तिरंगा' में एक कुलीन एजेंट के रूप में अपनी भूमिका निभाने के लिए तीन महीने तक इजरायली मार्शल आर्ट फॉर्म क्राव मागा सीखना पड़ा.इजराइल रक्षा बलों के लिए विकसित, क्राव मागा एकिडो, जूडो, कराटे, और मुक्केबाजी और कुश्ती में उपयोग की जाने वाली तकनीकों के संयोजन से लिया गया है.

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हाथ मिलाना भी है एक एक्शन

परिणीति ने बताया कि एक एजेंट की प्रमुख एक्शन तकनीकों में से एक हाथ से हाथ मिलाना है, इसलिए मैंने अपने एक्शन दृश्यों को ठीक करने के लिए कुल 3 महीने तक मार्शल आर्ट का एक रूप क्राव मागा सीखा. वह आगे कहती हैं कि मेरे ज्यादातर फाइट सीक्वेंस उन पुरुषों के खिलाफ थे जो मुझसे बहुत लंबे थे जैसे स्टंट मैन और सह-अभिनेता शरद केलकर और कभी-कभी फाइट सीक्वेंस के लिए उन्हें अपने पूरे शरीर के वजन के साथ लड़ना पड़ता था.

पूरे शरीर पर आए चोट के निशान

परिणीति ने कहा कि ज्यादातर दिनों के अंत में उनके पूरे शरीर पर चोट और चोट के निशान थे. और अगले दिन सबसे ज्यादा मेकअप की जरूरत मेरे चेहरे पर नहीं, बल्कि अपनी चोटों को छिपाने के लिए होगी.