आगरा: कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने आज यहां भीमराव आम्बेडकर विश्वविद्यालय के विभिन्न परिसरों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कुलाधिपति को कहीं टॉयलेट में से बदबू आई तो कहीं पानी फैलता हुआ दिखाई दिया। कुलाधिपति ने परीक्षा नियंत्रक से कहा विश्वविद्यालय की बहुत बदनामी हो रही है, यहां का माहौल सुधारो। सिविल लाइन्स स्थित संस्कृति भवन में   कुलाधिपति को विश्वविद्यालय प्रशासन ने आर्ट गैलरी भी दिखाई। आर्ट गैलरी में कई तरीके के चित्र लगे हुए थे। काजू, बादाम, काशीफल, लहसुन, समोसा भी पत्थर के आकार में बनाकर रखे गए।  यह काफी आकर्षक लग रहे हैं। कुलाधिपति ने टूरिज्म के छात्रों  से भी बातचीत की। कुलाधिपति ने छात्रों से पूछा कि कौन कौन से कोर्स चलते हैं। कुलपति ने कुलाधिपति को बताया कि बिल्डिंग दो साल से बंद पड़ी थी, उन्होंने टेकओवर कर चालू कराई है। 22 साल से ललित कला संस्थान के पास बिल्डिंग नहीं थी। टीचर्स नहीं थे, सभी उपलब्ध कराया गया है। कुलाधिपति की जाते समय बढ़ी हुई घास पर नजर पड़ी तो वह प्रोफेसर संजय चौधरी से नाराज होकर बोलीं लॉन अच्छे तरीके से सही कराइए। यह सही नहीं है। उल्लेखनीय है कि कुलाधिपति के आने से 10 मिनट पहले ही घास काटी जा रही थी।

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छलेसर कैंपस में उन्होंने फार्मेसी विभाग के शिक्षकों से पूछा आप की नियुक्ति किस तरह हुई है? कितनी ईमानदारी से हुई है? शिक्षकों से बातचीत करने के बाद उन्होंने कहा कि आप सभी लोग अपना कार्य ईमानदारी से करें। विभाग को तेजी से आगे बढ़ाएं।

कुलाधिपति ने यह भी कहा कि परीक्षा विभाग छलेसर कैंपस में आ जाना चाहिए। फार्मेसी विभाग के निदेशक डॉ. बृजेश तिवारी ने कुलाधिपति के सामने विभाग की प्रेजेंटेशन भी दी। कुलपति ने यहां उन्हें यह भी बताया कि चार्टों का डिजिटलाइजेशन हो रहा है।

पालीवाल पार्क परिसर में पहुंचकर श्रीमती आनंदी बेन पटेल ने डा. भीमराव आम्बेडकर और पंडित दीनदयाल उपाध्याय के चित्र पर माल्यार्पण किया। इसके बाद वह लाइब्रेरी, केएमआई और प्रशासन विभाग का निरीक्षण करने पहुंचीं। लाइब्रेरी में जाने के दौरान उन्हें टंकी के नीचे पानी फैलता हुआ दिखाई दिया। इस बात को लेकर वह नाराज हुईं। जब वह लाइब्रेरी में निरीक्षण पर पहुचीं तो वहां टॉयलेट में से बदबू आ रही थी। इसके साथ ही छत भी टूटी पड़ी थी। दोनों बातों को लेकर उन्होंने हल्की सी नाराजगी व्यक्त की। प्रशासन विभाग में पहुंचकर उन्होंने सहायक कुलसचिव पवन कुमार से पूछा कि यहां किस प्रकार से काम होता है। इसके बाद वह कुलसचिव कार्यालय और फिर परीक्षा नियंत्रक कार्यालय पहुंचीं।

कुलाधिपति ने परीक्षा नियंत्रक से कहा यहां की बहुत बदनामी हो रही है यहां का माहौल सुधारो। इस पर प्रति कुलपति प्रोफेसर अजय तनेजा ने कहा कि मैडम यह बीटेक किए हुए हैं। अभी इन्हें 4 महीने ही आए हुए हैं। कुलाधिपति ने यह भी कहा कि जो भी संविदा कर्मचारी काम नहीं कर रहा है उसे निकाल दो।

खंदारी परिसर में वह गृह विज्ञान संस्थान का निरीक्षण करने के लिए पहुचीं। यहां उन्होंने महिला अध्ययन केंद्र का निरीक्षण किया। महिला अध्ययन केंद्र का निरीक्षण करने के बाद वह लैब का निरीक्षण करने के लिए पहुचीं। कुलाधिपति ने निदेशक से कहा कि छात्राओं का हीमोग्लोबिन चेक कराया जाए। इसके बाद उन्हें आईईटी में जाना था लेकिन किसी ने उन्हें बताया नहीं। पता नहीं होने पर वह गेस्ट हाउस पहुंच गईं। गणित विभाग के प्रोफेसर संजीव कुमार ने उनसे कहा कि मैडम आपको आईईटी जाना है। इस पर उन्होंने मना कर दिया और कहा कि अब यहां बैठक करते हैं। कुलाधिपति आइक्यूएसी की बैठक ले रहीं हैं। बैठक के बाद भी उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय के आवास पर जा सकती हैं।