आगरा: 22 साल पुराने मुख्तार अंसारी केस में आज तत्कालीन डीएम आर के तिवारी की विशेष मजिस्ट्रेट एमपी/ एमएलए कोर्ट में गवाही हुई। बचाव पक्ष के अधिवक्ता ने करीब सवा 3 घंटे जिरह की।
18 मार्च 1999 को केंद्रीय कारागार में तत्कालीन जिलाधिकारी आरके तिवारी और एसएसपी सुबेश कुमार ने छापा मारा था। दोनों अधिकारियों को अंसारी की बैरक से बुलेट प्रूफ जैकेट, मोबाइल और सिम बरामद हुए थे। इसके बाद तत्कालीन थानाध्यक्ष जगदीशपुरा शिव शंकर शुक्ला की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया था। 22 साल से केस की सुनवाई चल रही है। अभी तक कई पुलिसकर्मियों की गवाही हो चुकी है। कोर्ट में गवाही के लिए तत्कालीन जिलाधिकारी आरके तिवारी जो वर्तमान में उत्तर प्रदेश स्टेट ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन के चेयरमैन हैं उन्हें समन भेजा था। आज वह गवाही देने के लिए दीवानी में पहुंचे। गवाही कराने के लिए बड़ी संख्या में जिला शासकीय अधिवक्ता और अभियोजन अधिकारी मौजूद रहे।