सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सोपा) द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, पूरे भारत में सोयाबीन की फसल सामान्य से अच्छी स्थिति में है और वनस्पति विकास उत्कृष्ट है।
सोपा अधिकारियों की दो टीमों द्वारा अगस्त के दूसरे पखवाड़े के दौरान देश भर में सोयाबीन फसल का व्यापक क्षेत्र सर्वेक्षण किया गया। इन टीमों ने महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और राजस्थान में सोयाबीन के खेतों का दौरा किया और बड़ी संख्या में किसानों से बातचीत की। इस सर्वेक्षण की रिपोर्ट सोपा द्वारा जारी की गई है।
सोपा की रिपोर्ट में कहा गया है कि ज्यादातर क्षेत्रों < में फसल फूलने और फली बनने की अवस्था में हैं। सोयाबीन के ज्यादातर खेत खरपतवार मुक्त हैं और इनमें कीटों या बीमारियों का प्रकोप देखने को नहीं मिला है।
रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि अत्याधिक बारिश के कारण महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के कुछ जिलों में जलजमाव की स्थिति देखी गई है। इससे सोयाबीन की पत्तियाँ पीली हो गई हैं और इन क्षेत्रों में फसल कुछ नुकसान हो सकता है। नतीजतन इन क्षेत्रों से पैदावार में कमी आ सकती है। फसल में पीला मोज़ेक किसी भी राज्य में किसी बड़ी चिंता का विषय नहीं है।
रिपोर्ट स्पष्ट करती है कि यदि सितंबर में मौसम अनुकूल रहा, तापमान में अचानक कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं आया और फली भरने या कटाई के समय लगातार बारिश नहीं हुई, तो इस साल सोयाबीन का उत्पादन अच्छा रह सकता है।