एबीवीपी एक स्वतंत्र छात्र संगठन है : मोरान में एबीवीपी के राष्ट्रीय सचिव राकेश दास
राज्य के शिक्षा विभाग द्वारा हाल ही में लिए गए कुछ फैसलों का राज्य भर में दल संगठनों ने विरोध किया है। सत्तारूढ़ भाजपा की सहायक अखिल भारतिय विद्यार्थी परिषद ( एबीवीपी ) तीसरी कक्षा से विज्ञान और गणित में अंग्रेजी माध्यम की पढ़ाई प्रदान करने के सरकार के फैसले पर इस बार सरकार के खिलाफ कड़ा विरोध प्रदर्शन कर रही है। इस बार एबीवीपी राज्य के अन्य छात्र संगठनों की तुलना में इस मुद्दे पर सरकार के खिलाफ अधिक जोरदार प्रदर्शन कर रही है। मोरान कॉलेज में आयोजित स्वागत बैठक में भाग लेते हुए (एबीवीपी) अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय सचिव राकेश दास ने कहा, 'जब तक सरकार माध्यम के मुद्दे पर अपना रुख नहीं बदलती, तब तक एबीवीपी आंदोलन जारी रखेगी। संचिव श्री दास ने कहा कि हम चाहते हैं कि प्राथमिक शिक्षा हमेशा मातृभाषा में रहे। राज्य के शिक्षा मंत्री को इस बारे में स्पष्ट रूप से बता दिया गया है। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व शर्मा के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कि एबीवीपी सचिव दास ने कहा हम भाजपा के सहयोगी संगठन नहीं है, उन्होंने कहा, "हमारी और भाजपा के विचारधाराओं मेंं कुछ समानताएं हैं, लेकिन एबीवीपी राजनीतिक रूप से भाजपा के साथ नहीं है, यह एक स्वतंत्र छात्र संगठन है। सरकार द्वारा असमिया स्कूलों को बंद करने पर सचिव ने कहा कि सरकार को असम में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करना होगा। बताते चले कि आज मोरान कॉलेज सभागार में आयोजित स्वागत बैठक में कॉलेज की प्राचार्य डॉ मिताली कुवंर सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।