कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव का समय नजदीक है, इसके साथ ही पार्टी में ऊहापोह की स्थिति है। पार्टी के भीतर चर्चा तेज है कि अगर राहुल गांधी फिर से कमान संभालने के लिए तैयार नहीं होते हैं तो फिर विकल्प क्या होगा?सितंबर में पार्टी को अपना नया अध्यक्ष चुनना है। लंबे समय से अशोक गहलोत को यह जिम्मेदारी सौंपने की खबरें आती रही हैं लेकिन 15 अगस्त के बाद अंबिका सोनी को लेकर चर्चा तेज हुई है।सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस के भीतर मंथन चल रहा है। अगर राहुल तैयार नहीं होते हैं तो गांधी परिवार के किसी विश्वासपात्र को कमान सौंपी जाए या फिर सोनिया ही अगले लोकसभा चुनाव तक अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभालती रहें। पहले से तय कार्यक्रम के अनुसार, कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया 21 अगस्त से शुरू होनी है और 20 सितंबर तक इसे पूरा होना है। पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद राहुल ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था और सोनिया अंतरिम अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा रही हैं।
नेताओं की राय, 2024 के लिए राहुल गांधी संभालें कमान
पार्टी सूत्रों के मुताबिक सोनिया गांधी समेत कांग्रेस के अधिकतर नेताओं की राय है कि 2024 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए राहुल गांधी को अध्यक्ष पद संभालना चाहिए। हालांकि राहुल की तरफ से इस पर 'हां' का इंतजार है।
अन्य विकल्पों में गहलोत सबसे आगे
कांग्रेस से जुड़े एक सूत्र के मुताबिक राहुल गांधी के अध्यक्ष नहीं बनने की स्थिति में जिन वैकल्पिक नामों को लेकर चर्चा है उनमें राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का नाम प्रमुख है। उनके नाम पर गांधी परिवार को भी शायद ही कोई आपत्ति हो। हालांकि, यह भी कहा जा रहा है कि गहलोत मुख्यमंत्री पद का छोड़कर अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभालने के लिए इच्छुक नजर नहीं आते। गहलोत के अलावा मुकुल वासनिक, मल्लिकार्जुन खरगे, कुमारी सैलजा और कुछ अन्य नामों पर भी विचार किया जा सकता है।
सोनिया बनी रह सकती हैं अध्यक्ष, दो-तीन कार्यकारी भी होंगे
कांग्रेस के एक अन्य नेता ने कहा, राहुल गांधी के अध्यक्ष नहीं बनने पर एक विकल्प यह भी हो सकता है कि सोनिया गांधी अगले लोकसभा चुनाव तक अध्यक्ष पद पर बनी रहें और दो-तीन वरिष्ठ नेताओं को कार्यकारी अध्यक्ष अथवा उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी जाए।