चीन के एयरक्राफ्ट जानबूझकर पंगा लेने के लिए अमेरिका और दूसरे देशों के एयरक्राफ्ट के बेहद नजदीक आ रहे हैं.इंडो-पेसिफिक क्षेत्र में तैनात अमेरिका के सातवीं फ्लीट के कमांडर वाइस एडमिरल कार्ल टॉमस ने सिंगापुर में मीडिया के सामने इसका खुलासा किया. सातवीं फ्लीट के कमांडर के मुताबिक, ताइवान को लेकर जारी तनाव के बीच चायनिज जहाज उकसाने के लिए अमेरिका या अमेरिका के सहयोगी देशों के जहाजों के सामने हवा में एकदम करीब तक आ जाते हैं.पिछले कुछ महीने में कनाडा के एयरक्राफ्ट के साथ चायनिज जहाजों ने दो दर्जन बार ऐसी हरकत की है. जुलाई में अमेरिकी जहाज C-130 कार्गो एयरक्राफ्ट के सामने आकर उसे बाधित करने की कोशिश की थी. 26 मई को एक चायनिज एयरक्राफ्ट ने ऑस्ट्रेलियन जेट P8 के इंजन को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की थी. ये सभी वो देश हैं, जिनसे चीन का अभी विवाद चल रहा है और चीन एशिया-प्रशांत क्षेत्र में मौजूद इन देशों के जेट विमानों के सामने अपने विमानों को लाकर अंतरराष्ट्रीय नियमों की खुलकर अवहेलना कर रहा है.

पेलोसी की यात्रा के बाद से और बढ़ा अमेरिका और चीन में तनाव

अमेरिकी प्रतिनिधिसभा की स्पीकर नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बाद से चीन और अमेरिका के बीच तनाव और बढ़ गया. एक तो चीन पहले से ही ताइवान से नाराज है. पेलोसी की यात्रा के बाद यह नाराजगी और बढ़ गई. लगभग 25 साल के बाद अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के किसी वर्तमान अध्यक्ष की यह पहली ताइवान यात्रा थी. ठीक इसके 12 दिन बाद पांच अमेरिकी सांसदों का एक डेलिगेशन भी ताइवान पहुंच गया. इससे चीन की बौखलाहट और ज्यादा बढ़ गई. यूएस डेलिगेशन के ताइवान पहुंचने और राष्ट्रपति से मुलाकात करने के बाद चीन ने ताइवान के आसपास सैन्य अभ्यास की घोषणा कर दी थी.

चीन को सबक सिखाने के लिए तैयार अमेरिका समेत ये 17 देश

ऑस्ट्रेलिया के समुद्री इलाके में आज से चीन को सबक सिखाने वाला युद्धाभ्यास शुरू हो गया है. इस युद्धाभ्यास में अमेरिका, ब्रिटेन और भारत समेत 17 देश शामिल हैं. यह युद्धाभ्यास 19 अगस्त से शुरू होकर 6 सितंबर तक चलेगा. इसमें भारत समेत 17 देशों की सेनाएं हिस्सा ले रही हैं. बताया जा रहा है कि इस मेगा वॉर ड्रिल में 100 लड़ाकू विमान और 2500 सैन्य बल शामिल हैं.

मेगा ड्रिल में कौन-कौन से देश हैं शामिल

बता दें कि इस मेगा वॉर ड्रिल में ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, भारत, जापान, इंडोनेशिया, मलेशिया, नीदरलैंड, न्यूजीलैंड, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर, फिलीपींस, थाईलैंड, संयुक्त अरब अमीरात, अमेरिका और ब्रिटेन हिस्सा लेने वाले हैं.