राजधानी पटना ही नहीं बल्कि कई शहरों में अपनी पहचान बना चुकी ग्रेजुएट चाय वाली (Graduate Chailwali) यानी प्रियंका की दुकान को पटना नगर निगम (Patna Nagar Nigam) ने हटा दिया है. नगर निगम के कर्मियों ने जेसीबी से प्रिंयका की चाय दुकान को उठाकर हटा दिया है. वह ठेला पकड़कर नगर निगम के कर्मियों को रोकती रही लेकिन किसी ने एक नहीं सुनी. गुरुवार को वह रोते-रोते आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) से मिलने पहुंच गई.

पटना नगर निगम ने नहीं दिया नोटिस

प्रियंका ने कहा कि हम तोड़फोड़ करने वाले बच्चों में से नहीं थे. हम धरना प्रदर्शन करने वालों में से नहीं थे, लेकिन अब करेंगे. प्रियंका ने कहा कि हम छह लोगों को रोजगार दे रहे हैं लेकिन ऐसे किया जाएगा तो हम क्या करेंगे? आप रोजगार मत दीजिए लेकिन पीएम मुद्रा योजना को फ्लेक्सिबल बनाइए. मुझे लोन नहीं मिला बैंक से. पटना नगर निगम ने मुझे कोई नोटिस नहीं दिया गया था. मेरे दुकान पर पटना नगर निगम के डिप्टी कमिश्नर आए थे. उन्होंने आश्वासन दिया था कि उन्होंने सबको कह दिया है. दुकान नहीं हटाई जाएगी. उनको आश्वासन नहीं देना चाहिए था. कल तक हम कुछ नहीं कह रहे थे लेकिन अब मुझे सरकार से एक स्टोर चाहि 

लालू प्रसाद यादव से मिलने के बाद प्रियंका ने कहा कि उन्होंने मेरी बात सुनी. उन्होंने कहा कि एक लेटर लिख दो मुख्यमंत्री के नाम पर, हम मदद करवा देंगे. हालांकि प्रियंका ने कहा कि जब तक मेरी समस्या का समाधान नहीं होगा मुझे किसी पर विश्वास नहीं होगा. एक स्टेट पीछे जा रहा है तो उसको आप और पीछे धकेल रहे हैं. हम लोग दस-दस घंटे पढ़ाई करते रहे. मेरिट हो जाए फिर भी दस लाख देकर नौकरी मिलती है. सरकारी स्कूल के मास्टर को देख लीजिए उनको कितना आता है. क्या पढ़ाएंगे वो. कई लोगों ने मुझसे कहा कि दीदी सरकारी स्कूल में पढ़ाई नहीं होती है.

मेरे स्टॉल से नहीं थी परेशानी : प्रियंका

आगे प्रियंका ने कहा कि मेरा जहां स्टॉल था वहां किसी को परेशानी नहीं थी. उसने कहा कि बोरिंग रोड में कई और दुकानें हैं. ईको पार्क के पास क्यों नहीं हटाया जाता है? बता दें कि प्रियंका ने पटना वीमेंस कॉलेज के पास सबसे पहले स्टॉल लगाया था. यहीं से वो चर्चा में आई थी. इसके बाद वो बोरिंग रोड में अपना स्टॉल लेकर चली गई. वहीं से दुकान को नगर निगम वाले ले गए हैं.