शिव विधानसभा क्षेत्र के विधायक रविन्द्र सिंह भाटी की पहल पर अब डीएनपी (डेजर्ट नेशनल पार्क) क्षेत्र में विकास की नई बयार बह रही है। वर्षों से संचार सुविधाओं से वंचित इस क्षेत्र में अब मोबाइल नेटवर्क पहुंचाने की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।
विधायक रविन्द्र सिंह भाटी ने क्षेत्र की जनता की समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए केंद्रीय संचार मंत्री को पत्र लिखकर डीएनपी क्षेत्र के गांवों में मोबाइल टावर स्थापित करने की मांग की थी। भाटी की इस पहल का असर अब धरातल पर दिखाई देने लगा है।
अब तक विधायक भाटी द्वारा डीएनपी क्षेत्र के गांवों में 39 मोबाइल टावर की मांग की जा चुकी है, जिनमें से 31 टावर की NOC प्राप्त हो चुकी है और कई स्थानों पर निर्माण कार्य भी पूर्ण हो चुका है और जनता को संचार सुविधाएं मिल रही है।
रविन्द्र सिंह भाटी ने अपने सोशल मीडिया के ज़रिए बताया कि, केंद्रीय संचार विभाग ने अब डीएनपी क्षेत्र के चार और गांवों — कुंडल, मोड़रडी, पूंजराज का पार एवं केलनली — में टावर लगाने के लिए NOC प्रदान की है, जिससे डीएनपी क्षेत्र के ग्रामीणों को संचार क्रांति का लाभ मिलने जा रहा है।
भाटी की सतत पहल के चलते अब तक डीएनपी क्षेत्र के कलसिंह की ढाणी, बीजावल, चेतरोड़ी, डाभड, ढगारी, खबड़ाला, खड़ीन, लांबड़ा, पनिया, फ़ांगली, रासलानी, रतरेडी कलां, धनुआणी एवं बिकूसी गांवों में मोबाइल टावर स्थापित हो चुके हैं, जिससे स्थानीय निवासियों को न केवल संचार सुविधा मिल रही है, बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य, प्रशासनिक संपर्क और आपातकालीन सेवाओं तक पहुंच भी आसान हो रही है।
डीएनपी क्षेत्र के ये गांव आज़ादी के दशकों बाद भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित रहे हैं। मोबाइल नेटवर्क की अनुपलब्धता यहां के लोगों को बाहरी दुनिया से लगभग काटे रखती थी। लेकिन अब जब इन गांवों में मोबाइल टावर स्थापित हो रहे हैं, तो लोगों के जीवन में सकारात्मक और ऐतिहासिक परिवर्तन देखने को मिल रहा है।
विधायक भाटी ने कई मंचों पर उठाई डीएनपी क्षेत्र की आवाज़
रविन्द्र सिंह भाटी लंबे समय से डीएनपी क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं की कमी को लेकर विभिन्न मंचों पर आवाज़ उठाते रहे हैं। उन्होंने सार्वजनिक सभाओं, प्रशासनिक बैठकों और मीडिया के माध्यम से बार-बार यह मुद्दा उठाया है कि मरुस्थल में बसे इन गांवों को राज्य और केंद्र सरकार की योजनाओं में प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
भाटी ने राजस्थान विधानसभा में भी इस विषय को मजबूती से और तत्परता के साथ उठाया था, जहाँ उन्होंने डीएनपी क्षेत्र में सड़क, बिजली, पानी, शिक्षा और संचार जैसी बुनियादी सुविधाओं की कमी पर सरकार का ध्यान आकर्षित कराया।
भाटी ने यह भी स्पष्ट किया कि वह डीएनपी क्षेत्र के गांवों में मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता को लेकर अपने प्रयास सतत जारी रखेंगे।
“हम तब तक चैन से नहीं बैठेंगे जब तक डीएनपी का हर गांव विकास की मुख्यधारा से नहीं जुड़ जाता।” भाटी ने कहा।
संचार से बदलेगा जीवन
विधायक रविन्द्र सिंह भाटी ने आगे कहा कि —
“डीएनपी क्षेत्र के विकास के लिए हमारी प्रतिबद्धता अटूट है। मोबाइल कनेक्टिविटी वहां के लोगों को मुख्यधारा से जोड़ने का माध्यम बनेगी। आने वाले समय में हम सुनिश्चित करेंगे कि डीएनपी के हर गांव तक संचार की सुविधा पहुँचे।”
यह पहल न केवल ग्रामीणों के जीवन को सशक्त बनाएगी, बल्कि शासन की योजनाओं, डिजिटल सेवाओं और ऑनलाइन शिक्षा जैसे क्षेत्रों में भी दूरगामी प्रभाव डालेगी।
अब डीएनपी क्षेत्र के लोग ऑनलाइन सरकारी सेवाओं का लाभ ले सकेंगे, बच्चों को डिजिटल शिक्षा तक पहुंच मिलेगी, और स्वास्थ्य परामर्श जैसी सुविधाएँ भी मोबाइल नेटवर्क के माध्यम से संभव होंगी।
विकास की नई राह
डीएनपी क्षेत्र के लिए यह कदम केवल संचार व्यवस्था सुधारने की दिशा में नहीं, बल्कि एक व्यापक सामाजिक परिवर्तन की शुरुआत है।