बालोतरा, 09 जून। वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के तहत सोमवार को सार्वजनिक निर्माण विभाग ने सक्रिय भागीदारी निभाते हुए श्रमदान किया। विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने अपने कार्यालय परिसरों की साफ-सफाई कर स्वच्छता का संदेश दिया और जल संरक्षण के महत्व पर जोर दिया।

सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता अमृत लाल देवपाल ने बताया कि यह श्रमदान कार्यक्रम वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान का एक अभिन्न हिस्सा है, जिसका उद्देश्य जल स्रोतों एवं अपने आसपास स्वच्छता के प्रति जन जागरूकता बढ़ाना है। इसी क्रम में, सार्वजनिक निर्माण विभाग ने न केवल अपने कार्यस्थल को स्वच्छ बनाया बल्कि आम जनता को भी स्वच्छता और जल संरक्षण के प्रति प्रेरित किया।

सोमवार सुबह 10 बजे से शुरू हुए इस अभियान में विभाग के अधिशासी अभियंता, सहायक अभियंता सहित सभी कर्मचारी उत्साहपूर्वक शामिल हुए। उन्होंने अपने कार्यालय कक्षों, गलियारों, शौचालयों और बाहरी परिसर की गहन सफाई की। कूड़ा-कचरा एकत्र कर उसका उचित निस्तारण किया गया।

उन्होंने कहा कि "जल ही जीवन है और इसका संरक्षण हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान हमें इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का अवसर देता है। हमने आज श्रमदान कर न केवल अपने कार्यालय को स्वच्छ बनाया है, बल्कि यह संदेश भी दिया है कि स्वच्छता और जल संरक्षण एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं।"

उन्होंने आगे कहा कि "हमारा विभाग हमेशा से जनहित के कार्यों में अग्रणी रहा है। हम इस अभियान के माध्यम से समाज में स्वच्छता और जल संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने का प्रयास कर रहे हैं।"

इस श्रमदान कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य लोगों को अपने आसपास के वातावरण को स्वच्छ रखने और पानी की बर्बादी को रोकने के लिए प्रेरित करना था। विभाग ने यह पहल कर बताया कि सरकारी विभाग भी समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझते हैं और जन अभियानों में सक्रिय रूप से भाग लेते हैं।

यह गतिविधि वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान को एक नई गति प्रदान करती है और उम्मीद है कि इससे अन्य विभाग और आम जनता भी जल संरक्षण और स्वच्छता के प्रति जागरूक होकर आगे आएंगे।