नाराज परिजनों ने शव थाने में रखा अनियंत्रित ट्रैक्टर से दबकर महिला की मौत।
जनपद जौनपुर तेजीबाजार थाना क्षेत्र के उदपुर गांव में,बीते दिन शनिवार की देर शाम अनियंत्रित ट्रैक्टर से दबकर महिला की मौत हो गई। हादसे से गुस्साए परिजनों व ग्रामीणों ने शव थाने पर रख दिया। साढ़े तीन घंटे की मशक्कत के बाद तहसीलदार बदलापुर राकेश कुमार के आर्थिक सहायता देने का आश्वासन पर ग्रामीणों शांत हुए। इसके बाद रात करीब डेढ़ बजे पुलिस शव को कब्जे में ले सकी।उदपुर गांव निवासी केवला देवी (60) शनिवार की रात 10 बजे घर से 200 मीटर दूर सड़क किनारे बकरी चरा रही थी। देर शाम ईंट भट्ठे के लिए मिट्टी लेकर जा रहा ट्रैक्टर अचानक अनियंत्रित होकर केवला देवी पर चढ़ गया। परिजन उन्हें अस्पताल ले जा रहे थे लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। हादसे से गुस्साए परिजन शव को घर न ले जाकर थाने के बगल एक दुकान के पास रख कर विलाप करने लगे। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने के लिए कहा तो परिजनों ने मना कर दिया। कहा कि शव का पोस्टमार्टम तब तक नहीं कराया जाएगा, जब तक कोई उच्चाधिकारी नहीं आएंगे। इधर धीरे-धीरे थाने पर सैकड़ों ग्रामीण इकट्ठा हो गए। भीड़ देख सिकरारा, बक्शा और तेजीबाजार थानाध्यक्ष अपने पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। मृतका के बड़े बेटे हरिशंकर ने पुलिस को प्रार्थना पत्र दिया कि उसकी मां की ट्रैक्टर से दबकर मौत हो गई, ट्रैक्टर चालक फरार हो गया। पुलिस टीम ने एक घंटे के अंदर ट्रैक्टर चालक को पकड़ लिया और ट्रैक्टर ट्राली को अपने कब्जे में ले लिया। परिजन उच्चाधिकारी को बुलाने के लिए अड़े रहे। सीओ सदर परमानंद कुशवाहा ने फोन पर परिजनों से बात कर उनकी मांगों की जानकारी ली। परिजन सहमत हुए, लेकिन कुछ देर बाद फिर शव देने से मना कर दिया। पुलिस परिजनों को समझाने का प्रयास करती रही, लेकिन परिजन ईंट भट्ठे के मालिक को थाने पर बुलाने की जिद पर करते रहे। देर रात तहसीलदार बदलापुर राकेश कुमार मौके पर पहुंचे और परिजनों को समझाया। परिजनों को सरकार से मिलने वाली सहायता का लाभ देने का आश्वासन दिया। साढ़े तीन घंटे के बाद परिजनों ने पुलिस को शव सौंपा। मृतका के चार लड़के और दो लड़कियां हैं, सभी का विवाह हो गया है।