इटावा. कोटा जिले के ककरावदा गांव में चंबल नदी किनारे 12 मई 2025 को पीपल पूर्णिमा पर एक अनोखा विवाह हुआ। बजरंग लाल प्रजापति ने पीपल और वटवृक्ष का विवाह वैदिक मंत्रों और हिंदू रीति-रिवाजों से संपन्न कराया। कुछ वर्ष पहले बजरंग लाल ने गांव में पीपल और वटवृक्ष के पौधे लगाए थे। अब उनकी इच्छा से इन दोनों वृक्षों का पाणिग्रहण संस्कार कराया गया।विवाह में कन्यादान की रस्म बजरंग लाल प्रजापति और रामचरण प्रजापति ने निभाई। आयोजन में पर्यावरण संरक्षण की शपथ भी ली गई। विवाह समारोह में रामचरण प्रजापति, सोनू, तुलसीराम, हेमंत और समस्त ग्रामवासियों का विशेष सहयोग रहा। आयोजन पूरे गांव में चर्चा का विषय बना रहा।आचार्य ओम प्रकाश शर्मा ने बताया कि गोधूलिक वेला मुहूर्त में पाणिग्रहण संस्कार संपन्न करवाया. रीति-रिवाजों में सभी धार्मिक कार्य पीपल के पेड़ में किए जा सकते हैं. विवाह करने के बाद ही यह वृक्ष पवित्र माना जाता है. इस मौके पर भोजन भंडारे का भी आयोजन किया गया. शादी को संपन्न कराने में ग्रामीणों ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया और पाणिग्रहण संस्कार में कई लोग सामिल हुए।