बालोतरा, 26 मार्च। मंगलवार को प्रारंभ हुआ विख्यात श्री मल्लीनाथ तिलवाड़ा पशु मेला राजस्थानी संस्कृति, हाट बाजार एवं राजस्थानी लोक संस्कृति पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम अपने चरम पर है।
बुधवार को श्री मल्लीनाथ तिलवाड़ा पशु मेले में हजारों की संख्या में मेलार्थियों ने रावल मल्लीनाथ एवं राणी रूपादे मन्दिर के दर्शन कर मेले में खरीदारी की। लूणी नदी के तट पर मेलार्थियों ने पशु एवं कृषि कार्य में आने वाले सामान की खरीदारी की। साथ ही ऊंट की सवारी का आनन्द उठाते दिखे।
उपखण्ड अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि श्री मल्लीनाथ तिलवाड़ा पशु मेले में बुधवार को रात्रि संध्या सांसकृतिक कार्यक्रम मालानी सांस्कृतिक संध्या कार्यक्रम 2025 के तहत माता राणी भटियाणी संस्थान जसोल के सहयोग से दयाराम मेडता एंड पार्टी के द्वारा अमर सिंह राठौड़ की जीवनी पर आधारित कथा, हास्य संवाद, सत्यवादी राजा हरिशचंद एवं राणी तारामती की कथा, हास्य नाटकख् राजा मोरध्वज ख्यात नृत्य, गायन एवं नृत्य के साथ हास्य वाद संवाद का मंचन कर मेलार्थियों का मनोरंजन किया। इस दौरान व्याख्यता डॉ. रामेश्वरी चौधरी द्वारा मंच का संचालन किया गया।