पारा चढ़ा नहरों में पानी नहीं, किसान परेशान 

--- सीएडी की लापरवाही बनी मुसीबत

इटावा

इटावा क्षेत्र में सीएडी विभाग की लापरवाही किसानों के लिए परेशानी बन गई है। समय रहते नहरों की सफाई नहीं होने के कारण जलीय वनस्पति कांजी व काई जमा हो जाने के कारण नहरों में पानी का प्रवाह नहीं हो पा रहा है। इस समय नहरें ओवरफ्लो दिख रही हैं लेकिन नाम मात्र का पानी है जो खेतो तक नहीं पहुंच पा रहा है। जबकि गर्मी के चलते गेहूं व लहसुन सहित अन्य फसलों के लिए अंतिम पानी की जरूरत है। ऐसी स्थिति में पकाव की स्थिति में फसलों के उत्पादन में गिरावट होगी । अपनी फसलों को बचाने के लिए किसानों को महंगा डीजल जलाकर पानी देने पर मजबूर होना पड़ रहा है। सीएडी विभाग द्वारा हर वर्ष नहरों में पानी संचालन के लिए लाखों रूपये के रेगुलेशन के टेंडर किए जाते है। जिनके टेंडर होते हैं उन संवेदकों से नहरों में पानी संचालन के दौरान कार्य करवाए जाते हैं। लेकिन विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत के चलते यह सिर्फ कागजों तक सीमित रहते हैं। इस बार भी टेंडर हुए लेकिन अधिकारियों ने कार्य नहीं करवाया जिससे नहरें हर तरफ जलीय वनस्पति कांजी से भरी हुई हैं। बरनाहली वितरिका अध्यक्ष महावीर मीना ने बताया कि अधिकारी ने संवेदकों से कार्य तक नहीं कराया जिसका खामियाजा किसानों को भुगताना पड़ रहा है। क्षेत्र में इस बार काफी भ्रष्टाचार हुआ है जिसकी जांच होनी चाहिए और जिम्मेदारों पर कार्यवाही हो। किसानों को अपनी फसलों को बचाने के लिए ट्यूबवेलो का सहारा लेना पड़ा है। वही क्षेत्र के किसान संगठन भी नहरों में पर्याप्त पानी संचालन नहीं होने के कारण नाराजगी जता चुके है।