राजस्थान मरू उड़ान कार्यक्रम अन्तर्गत स्तन व सर्वाइकल कैंसर पर जनचेतना कार्यशाला का हुआ आयोजन
बूंदी। महिला अधिकारिता विभाग के तत्वाधान में अभिनव नवाचार कार्यक्रम राजस्थान मरू उड़ान के तहत रघुवीरपुरा स्थित रघुकुल टीटी कॉलेज एवं चंबल नर्सिंग कॉलेज में स्तन एवं सर्वाइकल कैंसर के प्रति जनचेतना कार्यशाला आयोजन किया गया। उमंग संस्थान के संयोजन में आयोजित कार्यशाला में विभाग की जेंडर स्पेशलिस्ट विनीता अग्रवाल, सामाजिक विशेषज्ञ असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ सर्वेश तिवारी, आयुर्वेद विभाग से डॉ पारुल सोनी तथा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग से डॉ प्रतिभा मीना मुख्य वक्ता सहित व्याख्याता संगीता मूंदड़ा मंचासीन रही।
उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए डॉ सर्वेश तिवारी ने ब्रेस्ट और सर्वाइकल कैंसर के प्रति सामाजिक जागरूकता की आवश्यकता व महत्व की जानकारी देते हुए कहा कि आधुनिक जीवन शैली व्यक्ति अपने स्वास्थ्य के प्रति समुचित ध्यान नहीं दे पा रहा है जिससे रोग प्रतिरोधकता में कमी हो रही है उन्होंने स्वस्थ एवं नियमित जीवनचर्या को उत्तम स्वास्थ्य का मूल मंत्र बताया। कार्यशाला के दौरान डॉ. प्रतिभा मीणा ने स्तन कैंसर के लक्षण, कारण व उपचार के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि स्तन कैंसर में स्तन कोशिकाओं की अनियंत्रित बढ़ोतरी होती है जो कि एक ट्यूमर बनाती है। इसमें स्तन में कठोर गांठ महसूस होती है जो कि ज्यादातर दर्द रहित होती है। स्तन से खून आना और स्तन की त्वचा में ठोसपन हो जाना इस कैंसर के लक्षण होते है। इसके उपचार के लिए ब्रेस्ट सेल्फ एग्जामिनेशन, मेमोग्राम, अल्ट्रासाउंड व बायोप्सी करवाने की सलाह दी जाती है। उन्होंने स्तन कैंसर के बचाव एवं रोकथाम के लिए जागरूक करते हुए कहा कि असामान्य शारीरिक परिवर्तनों के प्रति सजग रहे, नियमित तौर पर शारीरिक व्यायाम करें। डॉ. मीणा ने सत्र में सर्वाइकल कैंसर के लक्षण, कारण एवं जांच के बारे में विस्तृत जानकारी दी। एनीमिया जागरूकता पर संबोधित करते हुए आंचल प्रसूता केंद्र की डॉ. पारुल सोनी ने कहा कि बदलते दौर में अपने लाइफ स्टाइल में जरूरत से ज्यादा बदलाव बीमारियों का कारण बनता है। एनीमिया जैसी समस्याओं से बचने के लिए किशोरियों को अपने आहार में भरपूर मात्रा में आयरन और विटामिन शामिल करने चाहिए। हरी पत्तेदार सब्जियां, प्रोटीन युक्त आहार, दूध और सलाद का सेवन उनकी सेहत के लिए जरूरी है।