हड़वा गांव में सोलर कंपनियों द्वारा बिजली प्लांट लगाने के विवाद में ग्रामीणों को आखिरकार राहत मिल गई है। यह मामला उस समय तूल पकड़ गया था जब सोलर कंपनियों द्वारा किसानों को उनकी जमीन पर काम करने के बदले उचित मुआवजा नहीं दिया जा रहा था। कई किसानों को टोकन मनी का भुगतान या तो बेहद कम किया गया, या उन्हें कोई राशि ही नहीं दी गई। इस स्थिति से परेशान होकर, गांव के सभी किसान और ग्रामीण एकजुट होकर बिचौलियों और कंपनी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने पहुंचे। लेकिन कंपनी अधिकारियों ने किसानों के आरोपों को नकारते हुए यह दावा किया कि किसानों को उचित भुगतान किया जा चुका है। इतना ही नहीं, कंपनी ने ग्रामीणों को धमकाते हुए वहां से वापस भेज दिया। कंपनी के इस व्यवहार से आहत और नाराज ग्रामीणों ने 5 दिसंबर से सोलर कंपनियों और बिचौलियों के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस दौरान बिजली कंपनी ने कई बार किसानों की जमीन पर मशीनें भेजकर जबरन काम शुरू करने की कोशिश की। यहां तक कि प्रशासन के साथ मिलकर बिजली कंपनियों द्वारा किसानों पर तरह तरह के दबाव भी बनाए गए, जिसमें कहा गया कि अगर वे कंपनी के कार्यों में बाधा डालते हैं, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इन कठिन परिस्थितियों में, ग्रामीण अपनी समस्या लेकर शिव विधायक रविन्द्र सिंह भाटी के पास पहुंचे। विधायक ने उनकी समस्याओं को गंभीरता से सुना और कई बार किसानों और सोलर कंपनियों के बीच मध्यस्थता करने की कोशिश की। लेकिन जब सोलर कंपनियों ने किसानों की वाजिब मांगों को मानने से इनकार कर दिया, तो विधायक ने ग्रामीणों के साथ खड़े रहने का निर्णय लिया। लगातार 40 दिनों तक धरना जारी रहा। इस दौरान विधायक रविन्द्र सिंह भाटी किसानों के साथ पूरी मजबूती से खड़े रहे और हर मंच पर उनकी आवाज उठाई। अंततः, किसानों की एकजुटता और विधायक के प्रयास रंग लाए। सोलर कंपनियों ने सभी मांगों को स्वीकार करते हुए यह निर्णय लिया कि जिन किसानों की जमीन पर बिजली कंपनी का काम किया जा रहा है, उन्हें 20 जनवरी तक 3,500 रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से टोकन मनी का भुगतान किया जाएगा। इसके अलावा, सोलर कंपनियों ने गांव के विकास के लिए पंचायत को सीएसआर फंड के तहत 3.5 करोड़ रुपये देने का भी वादा किया। अन्य मांगों में ग्रामीणों को प्लांट पर होने वाले काम में लोकल को प्राथमिकता के साथ रोजगार प्रदान करना, और पंचायत के साथ मिलकर गांव के समग्र विकास की योजनाएं बनाना शामिल है। इस ऐतिहासिक समझौते के बाद, हड़वा गांव के ग्रामीणों ने शिव विधायक रविन्द्र सिंह भाटी का हृदय से धन्यवाद किया। ग्रामीणों ने कहा कि विधायक ने उनकी जायज मांगों के लिए हर संभव प्रयास किया और अंत तक उनके साथ खड़े रहे।