बूंदी के ऐतिहासिक स्थलों से रूबरू होंगे कला प्रेमी व छात्र- छात्राएं

बूंदी । छोटी काशी का नाम सुनते ही आँखों के सामने खूबसूरत किले , महल , कुंड , बावड़िया ओर हेरिटेज गलियां व झीलें आ जाती है। इसी ऐतिहासिक हेरिटेज को अब कला प्रेमी व छात्र छात्राएं सिविल लाइंस रोड स्थित आर्ट गैलरी के पास लाइब्रेरी में बुक में देख सकेंगे व यहां के इतिहास को भी जान सकेंगे। जिला कलेक्टर अक्षय गोदारा को सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी संतोष कुमार मीना व छायाकार नारायण मंडोवरा ने चित्रकार विक्रांत शितोले की एक बुक भेंट की, जिसे  राजकीय पुस्तकालय बूंदी में रखा जाएगा । इस अवसर पर जिला कलेक्टर ने कहा कि एक चित्रकार का बूंदी के पर्यटन पर किया गया कार्य सराहनीय हैं इससे बूंदी के पर्यटन को देश भर में पहचान मिलेगी। अंतर्राष्ट्रीय चित्रकार विक्रांत शितोले ने कई राज्यों में अपनी चित्रकारी का जलवा दिखा चुके हैं । सबसे पसंदीदा शहर इनको बूंदी लगा 2013 से लगातार बूंदी आ रहे है । 2024 में जब विक्रांत बूंदी आये तो कुछ अलग करने की ठानी  यहां की हेरिटेज विरासत की पचास से ज्यादा पेंटिंग बनाकर मुम्बई में प्रदर्शनी लगाकर देश भर के लोगों को विरासत से रूबरू कराया। चित्रकार विक्रांत ने इससे भी बढ़कर वो कार्य कर दिया जिससे बूंदी का पर्यटन ऊंची उड़ान भर सके उन्होंने सभी पेंटिंग की एक बुक प्रकाशित करवा दी। बुक में बूंदी की विरासत की पेंटिंग है जो लोगों को यहां आने के लिए सन्देश दे रही है । शितोले बताते है कि बूंदी के पर्यटन को बढ़ाने का हर सम्भव प्रयास करेंगे।
बुक में चित्रकार ने सुखमहल,गढ़ पैलेस, शिकार बुर्ज, हाथीपोल, चौगान गेट , पुरानी कोतवाली गेट,नवलसागर झील, पुरानी हवेलिया,हेरिटेज गलियां , झरोखे , बाजार ,चारभुजा मंदिर, चौगान जैन मंदिर आदि के चित्र है। साथ ही स्केच के चित्र व हवेलियों व बावड़ी, ऐतिहासिक दरवाजे भी शामिल है । इस दौरान लाइब्रेरियन सत्य प्रकाश श्रीवास्तव भी  मौजूद रहे।