भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने सोमवार को दूरसंचार ऑपरेटरों को केवल वॉयस और एसएमएस सर्विसेज के लिए अलग-अलग रिचार्ज प्लान पेश करने का आदेश दिया है। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि कुछ यूजर्स को अपनी ज़रूरत की सेवाओं के लिए भुगतान करने का ऑप्शन मिल सके। कई यूजर्स को सिर्फ वॉयस और एसएमएस सेवाओं की जरूरत होती है।

भारत के दूरसंचार नियामक ट्राई (TRAI) ने टैरिफ नियमों में संशोधन किया है। इस संशोधन के साथ मोबाइल सर्विस प्रोवाइर्स को केवल वॉयस कॉल और एसएमएस के लिए रिचार्ज प्लान पेश करने का आदेश दिया है, जिसमें इंटरनेट डेटा खरीदने की बाध्यता नहीं रहे। सोमवार को घोषित किए गए नए नियमों का उद्देश्य उन ग्राहकों को बेहतर ऑप्शन देना है जो मोबाइल डेटा का इस्तेमाल नहीं करते हैं। साथ ही अब स्पेशल रिचार्ज कूपन की वैलिडिटी को वर्तमान 90 दिनों की सीमा से बढ़ाकर अधिकतम 365 दिन दिया गया है।

किन्हें होगा फायदा?
 
इस बदलाव से भारत की आबादी के एक बड़े हिस्से को लाभ मिलने की उम्मीद है। खास तौर पर करीब 150 मिलियन 2G यूजर्स, डुअल-सिम ओनर्स, बुजुर्ग व्यक्ति और ग्रामीण निवासियों को इसका फायदा होगा। इस कदम से उपभोक्ताओं को केवल उन्हीं सेवाओं के लिए भुगतान करने की अनुमति मिलती है जिनकी उन्हें ज़रूरत है, न कि उन डेटा पर अतिरिक्त खर्च करने की जो वे इस्तेमाल नहीं करते हैं।