बांग्लादेश के चटगांव में हिंदू धर्मगुरु चिन्मय प्रभु और उनके समर्थकों पर कोर्ट परिसर के भीतर झड़प को लेकर केस दर्ज किया गया है। ढाका ट्रिब्यून के मुताबिक, 26 नवंबर को कोर्ट से वापस लौटते वक्त चिन्मय कृष्ण दास के समर्थकों ने इस्लामी वकालत संगठन हिफाजत-ए-इस्लाम बांग्लादेश के कार्यकर्ता इनामुल हक समेत अन्य लोगों पर हमला किया था।हक की शिकायत पर दर्ज किए गए केस में चिन्मय प्रभु को मुख्य आरोपी बनाया गया है। इसके अलावा 164 नामजद और लगभग 500 अज्ञात लोग भी आरोपी हैं।इनामुल हक का दावा है कि उन्हें पंजाबी कुर्ता और टोपी पहनने के कारण निशाना बनाया गया। इस हमले में उनके हाथ और सिर में चोटें आईं। रिपोर्ट के मुताबिक कुछ लोगों ने उन्हें बचाकर चटगांव मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में भर्ती कराया। दोनों देशों के बीच तनाव के बीच आज भारत के फॉरेन सेक्रेटरी विक्रम मिस्री ने बांग्लादेश के फॉरेन एडवाइजर मोहम्मद तौहीद हुसैन से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद विक्रम मिस्री ने कहा- हमने हाल के घटनाक्रमों पर भी चर्चा की और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा से जुड़ी हमारी चिंताओं के बारे में उन्हें बताया। आज की बैठक ने हम दोनों को अपने रिश्तों का जायजा लेने का मौका दिया है।बता दें कि शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद दोनों देशों के अधिकारी स्तर पर यह पहली बैठक थी।