चराइदेव जिला स्वास्थ्य सोसायटी ने आज जिला टीबी सेल की मदद से चराइदेव जिला अस्पताल में 100 दिवसीय टीबी उन्मूलन अभियान शुरू किया। कार्यक्रम का शुभारंभ जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. सोनाली चेतिया ने किया, जिसकी शुरुआत चराइदेव के जिला संयुक्त निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. ज्योतिर्मय शर्मा बरुआ ने दीप प्रज्ज्वलित कर की।यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि देश में तपेदिक से पीड़ित लोगों की संख्या और परिणामी मौतों को कम करने के लिए, भारत सरकार ने देश भर में तपेदिक उन्मूलन के लिए 100 दिवसीय व्यापक अभियान चलाया है। इस 100-दिवसीय अभियान के तहत, असम के 17 जिलों को कवर किया गया है। इस अभियान में टीबी के संदिग्ध लोगों की जांच और तत्काल इलाज कराने की व्यवस्था की जाएगी।इसके अलावा तपेदिक के उपचार और रोकथाम को लेकर जनअभियान चलाया जाएगा। जिले के सभी स्वास्थ्य कार्यक्रमों में 'नि-कसां' शिविर के नाम से टीबी टेस्टिंग कैंप, खेकर टेस्ट और टीबी जागरूकता शिविर आयोजित किए जाएंगे। दूसरी ओर, 'नि-क्षय' वाहन नामक एक मोबाइल स्वास्थ्य जांच वाहन तपेदिक की जांच के लिए विभिन्न स्थानों पर जाएगा।वाहन को औपचारिक रूप से चराइदेव जिला स्वास्थ्य सेवा निदेशक डॉ. ज्योतिर्मय शर्मा बरुआ ने हरी झंडी दिखाई।
आज के कार्यक्रम में तेल और प्राकृतिक गैस निगम और ब्रह्मपुत्र क्रैकर एंड पॉलीमर लिमिटेड के प्रतिनिधियों ने भाग लिया, जो टीबी रोगियों के लिए मुफ्त पौष्टिक भोजन प्रदान कर रहे हैं।जिला स्वास्थ्य समिति की ओर से उन्हें सम्मानित किया गया। छह और 'टीबी रोगियों' को खाद्य सामग्री भी वितरित की गई और 'टीबी विजेताओं' को भी सम्मानित किया गया। समारोह की अध्यक्षता वरिष्ठ चिकित्सा पर्यवेक्षक मृत्युंजय दास ने की, जिसकी अध्यक्षता मृत्युंजय दास, जीजीएम, मानव संसाधन विभाग, तेल और प्राकृतिक गैस निगम, रिजवाना नागवी, डीजीएम (मानव संसाधन) दुर्गाश भाटिया, चराइदेव जिला अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अजीत दास, चराइदेव जिला अस्पताल के क्षय रोग अधिकारी डॉ. द्विजेन कोंच, शिवसागर जिले के क्षय रोग अधिकारी डॉ. द्विजेन कोच, जिला क्षय रोग अधिकारी, डॉ. सोनाली चेतिया ने की। इस अवसर पर जिला चिकित्सा अधिकारी, राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान के जिला परियोजना निदेशक अभिजीत शर्मा, जिला मीडिया विशेषज्ञ दीपज्योति दत्ता एवं अन्य अधिकारी, चाय बागान अस्पतालों के स्वास्थ्य अधिकारी, चराइदेव रेडक्रॉस सोसायटी के अधिकारी, लायंस क्लब, चराइदेव के अधिकारी, नर्स एवं स्थानीय लोग उपस्थित थे।