कैबिनेट मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा के खिलाफ प्रकरण की बात सामने आने के बाद नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल भी उनके पक्ष में उतर आए हैं. उन्होंने सीएम भजनलाल शर्मा से सवाल करने के साथ ही डॉ. किरोड़ीलाल मीणा (Kirodi Lal Meena) का समर्थन भी किया. बेनीवाल ने कहा कि प्रदेश सरकार के एक मंत्री द्वारा कहना की सरकार मेरी है, तो क्या मैं अन्याय सहन करूंगा. मंत्री का यह वक्तव्य इस बात का प्रमाण है कि राजस्थान की सरकार संवेदनशील नहीं है और बेरोजगारों के मुद्दे पर बीजेपी (BJP) दोगलापन कर रही है. ऐसे में यह भी स्पष्ट है कि बीजेपी की कथनी और करनी में अंतर है. क्योंकि SOG, पुलिस मुख्यालय तथा एडवोकेट जनरल भी इस भर्ती को रद्द करने की सिफारिश कर चुके है, बावजूद इसके सरकार चुप है. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर लिखा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और सीएम भजनलाल शर्मा से सवाल पूछा कि जयपुर के महेश नगर थाने के रोजनामचे में किरोड़ी लाल मीणा के खिलाफ राजकार्य में बाधा का प्रकरण किसके कहने से दर्ज हुआ है. साथ ही उन्होंने कहा कि राजस्थान में SI भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने का प्रमाण राज्य की सबसे बड़ी जांच एजेंसी SOG दे चुकी है. ऐसे में भर्ती को रद्द करवाने की मांग को लेकर आंदोलित छात्रा को पुलिस द्वारा घर से जबरन उठाने के मामले में पुलिस से जानकारी लेने से जुड़े मामले में कौनसा राजकार्य बाधित हुआ?