राजस्थान में सियासी हलचल के बीच आज एक बड़ा फैसला आना है। टोंक जिले के समरावता में विधानसभा उपचुनाव के दिन हुए पथराव और उपद्रव के मामले में गिरफ्तार 42 लोगों की जमानत पर कोर्ट का फैसला आज आएगा। आरोपियों की जमानत पर सुनवाई जिला एवं सत्र न्यायालय में पूरी हो चुकी है और अब इस मामले में आज फैसला आएगा कि आरोपियों को जमानत मिलेगी या नहीं। यह मामला 13 नवंबर को हुए विधानसभा उपचुनाव से जुड़ा हुआ है, जब मतदान के दौरान समरावता में उपद्रव हुआ था। 13 नवंबर को समरावता में मतदान के दौरान स्थानीय ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार किया था। इस दौरान निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने मतदान में धांधली का आरोप लगाया कि मतदान केंद्रों पर जबरन वोट डलवाए जा रहे थे। इस बात को लेकर उनका विवाद सेक्टर प्रभारी व मालपुरा एसडीएम अमित चौधरी से हुआ। जिसके बाद नरेश मीणा ने उन्हें थप्पड़ मार दिया।नरेश मीणा के इस व्यवहार के बाद स्थिति और अधिक तनावपूर्ण हो गई और उसी रात को जब पुलिस ने नरेश मीणा को गिरफ्तार किया तो उपद्रव और हिंसा भड़क उठी। पुलिस को स्थिति को काबू में करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा। वहीं पथराव और आगजनी भी हुई। इस दौरान पुलिस ने नरेश मीणा समेत 50 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया था। बाद में उन्हें कोर्ट के आदेश से जेल भेज दिया गया। इस मामले में चार नाबालिगों की जमानत कुछ दिन पहले ही हो चुकी थी और अब बाकी 42 आरोपियों की जमानत पर फैसला होना है।इस मामले में नरेश मीणा और अन्य आरोपियों की ओर से जमानत के लिए एडवोकेट सलीम सूरी ने पैरवी की है। न्यायालय में इस मामले की सुनवाई पूरी हो चुकी है और अब इस पर अंतिम फैसला आज होगा।