केन्द्रीय सड़क व परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि हाईवे निर्माण की गुणवत्ता पर समझौता नहीं करेंगे। दुनिया में सबसे कम समय में 1 लाख करोड़ रुपए की लागत से निर्मित हुए दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे में कुछ खामियां मिली है। चार ठेकेदारों को ब्लैकलिस्टेड किया जा रहा है। जबकि इस साल सब देखेंगे कि ठेकेदार कैसे ब्लैक लिस्टेड होंगे और उन्हें ठोक-पीटकर ठीक कर देंगे। गडकरी ने कहा जो ठेकेदार सही काम नहीं करेगा, उसे बुलडोजर के नीचे डलवा देंगे। अमेरिका व यूरोप में एक्सप्रेस-वे बनाने वाली स्टोन मेस्टिक एस्फाल्ट तकनीक से एक्सप्रेस-वे का निर्माण हुआ है। दस साल की गारंटी है। आईआईटी खडगपुर और आईआईटी गांधीनगर से जांच करवाई गई। जिसमें टायरों से एसएमए लेयर के दबने की बात सामने आई है। इसको ठीक करने का काम तीन महीने में पूरा होगा। वहीं चार ठेकेदारों को ब्लैक लिस्टेड कर जिम्मेदारों पर कार्रवाई होगी। गडकरी ने कहा कि दुनिया की सबसे अच्छी तकनीक हम ला रहे हैं। अगले संसद सत्र से पहले कोई टोल नाका नहीं रहेगा। किसी वाहन को कहीं नहीं रुकना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि जितना प्रवास करेंगे, उतने का ही टोल लगेगा। इसके बाद पूरा टोल नहीं देना होगा। लोकसभा में प्रश्नकाल में पहला सवाल राजस्थान के नागौर से सांसद व आरएलपी प्रमुख हनुमान बेनीवाल ने दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे की गुणवत्ता पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि एक्सप्रेस-वे की खामियों के चलते इस पर 150 से ज्यादा लोगों की मौतें हुई हैं, जिसमें अकेले दौसा में 50 से ज्यादा लोगों की जान गई। उन्होंने कार्रवाई और अंतिम जांच रिपोर्ट की डेडलाइन पर मंत्री से सवाल किया।