बाड़मेर. सामाजिक सरोकार और नवाचार के प्रतीक ग्रुप फॉर पीपुल द्वारा युवाओं में मादक पदार्थों के प्रचलन के खिलाफ जन जागरूकता अभियान के तहत गुरुवार को मेडिकल कॉलेज बाड़मेर के सभागार में नशा जीवन का नाश विषय पर एकदिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बी एल मंसुरिया, अधीक्षक मेडिकल कॉलेज बाड़मेर, मुख्य अतिथि रावत त्रिभुवन सिंह राठौड़ एंव प्रवक्ता के तौर पर दीपक कड़वासरा, आजाद सिंह राठौड़, देराज राम चौधरी, मनोचिकित्सा विशेषज्ञ डॉ गिरीश चन्द्र बणिया ने शिरकत की। इस दौरान पचास पौधे पौधरोपण कर प्रदेश को नशा मुक्त बनाने की शपथ ली गयी। इस दौराम युवाओं नशे के विरोध में मानव श्रंखला बनाकर सन्देश दिया गया। ग्रुप फॉर पीपल के संस्थापक चंदन सिंह भाटी ने बताया कि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बी एल मंसुरिया ने नशीले पदार्थों से दूरी बना कर अनुशासन व मेहनत के साथ अपने लक्ष्य प्राप्त करने की बात कही। कार्यक्रम के अध्यक्ष रावत त्रिभुवन सिंह राठौड़ ने युवाओं से नशीले पदार्थो से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में विस्तृत चर्चा करते हुए आधुनिक युग मे नशे को सामाजिक स्टेटस मानने वाले पीढ़ी पर चिंता जताई। प्रवक्ता दीपक कड़वासरा ने डॉक्टर्स को समाज का रोल मॉडल मानते हुए उन्हें जनता के समक्ष भविष्य में नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाने की बात कही। प्रवक्ता आजाद सिंह राठौड़ ने कहा कि नशा एक ऐसी बीमारी है जो हमारे जीवन और मानसिक शांति, परिवार को नष्ट कर देती है। आरएसएस देराजराम चौधरी ने नशे को अभिशाप बताते हुए सभी से नशे को समाप्त करने का आह्वान किया। मनोचिकित्सक डॉ गिरीश चंद्र बणिया ने नशे के प्रकार बताते हुए दवाओं का जिक्र किया और नशे से होने वाली बीमारियाँ और उनके कारण व रोकथाम के बारे में चर्चा की। इस दौरान ग्रुप फॉर पीपुल बाड़मेर के अध्यक्ष जसपाल सिंह डाभी ने ग्रुप के कार्यो व विजन को बताया और बाड़मेर को नशा मुक्त करने की इस मुहिम की योजना बताई। कार्यक्रम में वरिष्ठ सदस्य महेश दादानी ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया। कार्यक्रम में डॉ दीपक तंवर, एमएल खत्री, आदित्य शर्मा ग्रुप फॉर पीपुल टीम के महेश ददानी, हरपालसिंह राव, सुरेश गोलेछा, रोशन खान, अमित बोहरा, जय परमार, मुस्कान मेघवाल, सोनिया जांगिड़, दीपा गौड़, रेखा चंडक, भजनलाल पंवार, भुटा खान, अबरार खान, स्वरूपसिंह भाटी, अश्विनी रामावत, चम्पालाल जीनगर, करणपाल सिंह कोटड़ा, मुल्तानसिंह, जोगेंद्र सर्राफ, निम्बाराम, दलाराम, भँवर चौधरी, धीरज सेन, भावेश छंगाणी, उपस्थित रहे। मंच संचालन भजनलाल पंवार ने किया।