उदयपुर घूमने आए फ्रांस के निवासी जिन पियरे का अंतिम संस्कार हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार किया गया। पत्नी लॉरेंस ने अर्थी को कंधा दिया और राम नाम सत्य का जाप भी किया। उन्होंने खुद अपने पति की चिता को अग्नि दी और हाथ जोड़कर श्रद्धांजलि दी। लॉरेंस ने कहा- उनकी यही इच्छा थी कि अगर वे जिंदा ना रहे तो हिंदू रीति-रिवाज से उनका अंतिम संस्कार किया जाए। लॉरेंस ने बच्चों और फ्रांस एम्बेसी से इसकी अनुमति मांगी थी। इसके बाद मंगलवार को शव यात्रा निकाली गई और उनका अंतिम संस्कार किया गया। पियरे दंपती के पारिवारिक मित्र अशोक जैन ने बताया- जिन पियरे और उनकी पत्नी लॉरेंस पियरे पिछले 8 साल से यहां घूमने आ रहे थे। कोरोना के दौरान वे लॉकडाउन के चलते नहीं आ पाए थे। इस बार पियरे दंपती ने स्कूटर से उदयपुर घूमने का प्लान बनाया था, वे यहां 3 अक्टूबर को ही आए थे। इसी दौरान 28 नवंबर को जिन की तबीयत खराब हो गई और 2 नवंबर को उनकी मौत हो गई। जिन को घोड़े बेहद पसंद थे। पत्नी लॉरेंस ने बताया कि उन्हें इलाज के लिए प्राइवेट अस्पताल में भर्ती करवाया था। लेकिन, उनकी तबीयत लगातार बिगड़ती गई। गंभीर स्थिति में जिन ने आखिरी इच्छा बताते हुए कहा था कि अगर वे जिन्दा न बच पाएं तो उनका अंतिम संस्कार हिंदू रीति रिवाज के साथ इसी धरा पर किया जाए। वे उदयपुर की मिट्टी में मिलना चाहते हैं।