गुजरात के वलसाड में बीते 14 नवंबर को 19 साल की छात्रा की रेप के बाद हत्या करने वाला आरोपी सीरियल किलर निकला है। आरोपी ने इस वारदात के पहले 25 दिन में ही चार और हत्याओं का जुर्म कबूल किया है। गुजरात पुलिस ने आरोपी को 5 दिन की रिमांड पर लिया है। पूछताछ में और भी वारदातों का खुलासा होने की आशंका है। वलसाड के पारडी तालुका के मोतीवाला इलाके में रहने वाली बीकॉम सेकंड ईयर की स्टूडेंट ट्यूशन से घर लौट रही थी। इसी दौरान सुनसान इलाके से गुजरते वक्त आरोपी उसे झाड़ियों में खींचकर ले गया, जहां दुष्कर्म के बाद गला दबाकर उसकी हत्या कर दी थी।इतना ही नहीं, आरोपी वारदात वाली जगह दो घंटे बाद फिर लौटकर आया था। यहां उसने छात्रा के शव के साथ भी दो बार दुष्कर्म किया था। इसी दौरान कुछ लोगों के आने की आहट सुनकर जल्दबाजी में अपनी टी-शर्ट और बैग छोड़कर भाग निकला था। वारदात का शिकार हुई स्टूडेंट देर शाम तक घर नहीं लौटी तो परिवार उसकी तलाश में जुटा। पुलिस को सूचना दी गई और पुलिस की दो टीमों ने भी तलाश शुरू की। एक सीसीटीवी कैमरे में छात्रा ट्यूशन से घर लौटते नजर आई। लेकिन इसके बाद बीच रास्ते में ही गायब हो गई।इसलिए पुलिस ने रेलवे ट्रैक के पास का इलाका छानना शुरू किया। आखिरकार रात को मोतीवाला फाटक के पास झाड़ियों से उसका शव बरामद हुआ था। पैनल पीएम की प्राथमिक रिपोर्ट में रेप और उसके बाद गला दबाकर हत्या की बात सामने आई थी। पारडी पुलिस ने अज्ञात शख्स के खिलाफ मामला दर्ज किया था। इसके बाद वलसाड जिले के तीन डिप्टी एसपी के नेतृत्व में एलसीबी, एसओजी क्राइम ब्रांच समेत पुलिस की कुल 10 अलग-अलग टीमें जांच में जुटीं। जांच टीमों के पास आरोपी की पहचान के लिए एक महत्वपूर्ण कड़ी यह थी कि छात्रा के पास से ही एक खाली बैग और एक टी-शर्ट मिली थी। जांच टीमों को आरोपी के आपराधिक इतिहास का पता चला कि वह ट्रेनों में घूमते हुए वारदातों को अंजाम दिया करता है। इसलिए वलसाड एसपी ने आरपीएफ और जीआरपी के वरिष्ठ अधिकारियों से बात करके एक संयुक्त अभियान शुरू किया।इस ऑपरेशन में गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, ओडिशा, आंध्र प्रदेश राज्यों के पुलिस अधिकारी शामिल हुए। एक वॉट्सएप ग्रुप बनाया गया और सोशल मीडिया ग्रुप में छोटी-छोटी जानकारियां भी साझा की गईं। इससे यह फायदा हुआ कि वापी रेलवे स्टेशन पहुंचते ही आरोपी वारदात के 11वें दिन (24 नवंबर) पुलिस की गिरफ्त में आ गया।