जिला आयुर्वेद चिकित्सालय बूंदी में मंगलवार 26 नवम्बर से प्रकृति परीक्षण महाभियान की शुरुआत हुई। जिला आयुर्वेद चिकित्सालय के पीएमओ डॉ सुनील कुशवाह ने बताया कि प्रकृति परीक्षण आयुर्वेद में स्वास्थ्य परीक्षण/निदान की विशिष्ट विधा है, जिससे व्यक्ति के स्वास्थ्य के बारे में संपूर्ण जानकारी मिल जाती है, अपनी प्रकृति के अनुसार आहार-विहार का पालन करने से व्यक्ति निरोगी रहता है।26नवंबर से 25दिसंबर तक राष्ट्रीय स्तर पर चलने वाले प्रकृति परीक्षण महाभियान को 29 अक्टूबर को राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री माननीय नरेन्द्र मोदी जी ने लांच किया था, जिसमें चरणबद्ध तरीके से देश के सभी नागरिकों का प्रकृति परीक्षण किया जाएगा।आज जिला आयुर्वेद चिकित्सालय के पंचकर्म विशिष्टता कैंद्र में संविधान दिवस के अवसर पर 7 दिवसीय पंचकर्म चिकित्सा शिविर का शुभारंभ हुआ, जिसमें जर्मनी & इटली के विदेशी रोगियों समेत देश के 4 राज्यों (मध्यप्रदेश, बिहार, गुजरात & राजस्थान ) के 7 जिलों के 105 रोगी लाभान्वित हुए। शिविर में मुख्य रूप से ओस्टियोआर्थराइटिस, न्यूरेल्जिया, सिएटिका, स्पोंडाइलोसिस, न्यूरोमस्कुलर डिजिज, वेरिकोज वैन, माइग्रेन, तनाव, अनिद्रा आदि जटिल & कष्टसाध्य रोगियों का एकांग-सर्वांग अभ्यंग स्वेदन, पीपीएस, बस्तिकर्म, नस्यकर्म, रक्तमोक्षण/सिरावेध, शिरोधारा/माइंडमसाज, जानुधारा, कटिग्रीवाजानूबस्ति आदि शास्त्रीय उपक्रमों के साथ साथ अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरणों से उपचार किया जा रहा है।