Public Wi-Fi safety फ्री होने की वजह से लोगों में पब्लिक वाई-फाई खूब पॉपुलर हो गया है। इस नेटवर्क को इस्तेमाल करने के लिए किसी भी वेरिफिकेशन की जरूरत नहीं होती है। कुछ यूजर्स अपने डिवाइस को ऑटो-कनेक्ट पर रखते हैं। लेकिन ऐसा करना रिस्की साबित हो सकता है। खासकर खुले नेटवर्क पर। सेफ्टी के लिए कुछ चीजों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।
इस साल की शुरुआत में प्राइम मिनिस्टर वाई-फाई एक्सेस नेटवर्क (PM-WANI) स्कीम लॉन्च हुई थी। इस स्कीम का मकसद देशभर में मौजूद पब्लिक प्लेस पर लोगों को इंटरनेट से जोड़े रखना है। मौजूदा समय में इस सर्विस का लाखों लोग फायदा उठा रहे हैं। पब्लिक वाई-फाई हर जगह है, कॉफी शॉप से लेकर रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट तक, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इनसे कनेक्ट होने से आपका डेटा खतरे में पड़ सकता है।
फ्री होने की वजह से बहुत से लोगों को पब्लिक वाई-फाई नेटवर्क सुविधाजनक लगता है। आमतौर पर अपने डिवाइस को ज्यादातर यूजर्स ऑटो-कनेक्ट पर रखते हैं। लेकिन ये नेटवर्क सिक्योरिटी और प्राइवेसी रिस्क को बढ़ावा देते हैं, खासकर खुले नेटवर्क पर। बीते कुछ महीनों स्कैम के तमाम मामले सामने आए हैं। जिनमें स्कैमर्स ने लोगों को झांसे में फंसाने के लिए पब्लिक वाई-फाई की मदद ली।
ऐसे में हम यहां कुछ जरूरी चीजें आपके साथ शेयर कर रहे हैं, जो पब्लिक प्लेस पर मौजूद इंटरनेट का इस्तेमाल (Public Wi-Fi safety) करते वक्त हमेशा जेहन में रखनी चाहिए।