जोधपुर की ब्यूटीशियन अनीता चौधरी की हत्या को लेकर लंबे समय से चला आ रहा गतिरोध आज समाप्त हो गया. हनुमान बेनीवाल के नेतृत्व में सोमवार को हुए व्यापक धरने के बाद मंगलवार को सरकार ने इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी. मामले की जांच सीबीआई को सौंपे जाने के साथ ही अनीता चौधरी के परिजनों का धरना भी समाप्त हो गया है. सरकार ने अनीता चौधरी के परिजनों को 51 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दिए जाने का भी ऐलान किया है. जोधपुर की बहुचर्चित अनीता हत्याकांड मामले मामले में मंगलवार 19 नवंबर को 20 दिन बाद धरने की समाप्ति की घोषणा हुई. धरने पर बैठे लोगों को नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल का साथ मिलने के साथ ही उनकी ताकत कई गुना बढ़ गई थी. हनुमान बेनीवाल के जोधपुर पहुंचते ही हजारों की संख्या में लोग धरने में पहुंचे. फिर सरकार की ओर से अधिकारी और ओसियां विधायक ने लोगों से बात करते की, जिसके बाद चार मांगों पर सहमति बनी. RLP के सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल कल इस धरने में सम्मिलित हुए उसके बाद से ही सरकार और प्रशासन हरकत में आया सरकार के और से प्रतिनिधि के रूप में ओसिया के विधायक भैराराम सियोल इस धरने में रात्रि 3:00 बजे पहुंचे और उनके साथ जोधपुर कमिश्नर राजेंद्र सिंह भी मौजूद रहे.