प्रदेश में पार्टी की सदस्यता अभियान की धीमी गति को लेकर शुक्रवार को प्रदेश प्रभारी राधामोहन दास अग्रवाल ने कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने बीजेपी कार्यालय में हुई बैठक में प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ को संबोधित करते हुए कहा कि जिला अध्यक्षों का ईमानदारी के साथ मूल्यांकन होना चाहिए।'जो जिलाध्यक्ष सदस्यता अभियान में पिछड़े,उन्हें आराम करा सकते हैं':भाजपा की बैठक में नाराज हुए प्रभारी राधामोहन बोले-सीएम का भी फोन आए तो मत सुननाप्रदेश में पार्टी की सदस्यता अभियान की धीमी गति को लेकर शुक्रवार को प्रदेश प्रभारी राधामोहन दास अग्रवाल ने कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने बीजेपी कार्यालय में हुई बैठक में प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ को संबोधित करते हुए कहा कि जिला अध्यक्षों का ईमानदारी के साथ मूल्यांकन होना चाहिए।पार्टी ने हमें जो लक्ष्य दिया है, उसे हर हाल में पाना है। जो जिलाध्यक्ष उस लक्ष्य को पाने में सफल होंगे, हमें उन्हें पुरस्कृत करना है। वहीं जो जिलाध्यक्ष सफल नहीं होंगे, उन्हें आराम भी कराया जा सकता है।आप लोग बात समझ गए हैं। 15 दिन बाद हम इसके बारे में फिर से बैठेंगे और कड़ाई से निर्णय लेंगे।सीएम का फोन भी आ जाए तो मना कर देनाराधामोहन दास अग्रवाल ने जिलाध्यक्षों से कहा कि बूथ और मंडल अध्यक्ष के चुनाव में किसी के दबाव में नहीं आना है। अगर सीएम का भी फोन आ जाए तो उन्हें भी मना कर देना है। राधामोहन ने कहा कि हाथी के पांव में सबका पांव आ जाता है। जब मैंने सीएम के लिए कह दिया है, मतलब किसी भी विधायक, मंत्री और जनप्रतिनिधि के दबाव में नहीं आना है।